चीचली ।जिला नरसिंहपुर बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी की 131 वीं जयंती के अवसर पर अमर शहीद वीर मनीराम अहिरवार संघर्ष समिति चीचली के तत्वावधान में चीचली संत शिरोमणि सतगुरु रविदास मंदिर स्थल पर शहीद वीर मनीराम जी के सुपौत्र मूलचन्द मेधोनिया और परिजनों की उपस्थिति में मनाई गई।
सर्वप्रथम भारतीय संविधान के शिल्पकार बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी के छाया चित्र पर माल्यार्पण किया गया। जिसमें जीवनलाल अहिरवार, चन्दभान खेमरे, भूरेलाल अहिरवार, रमेश अहिरवार, मदनलाल अहिरवार, अनिल पूर्वी, हेमराज अहिरवार, भरत अहिरवार, अशोक अहिरवार, बबलू अहिरवार, अभिषेक अहिरवार, गनपत अहिरवार, भूरेलाल वंशकार, नीरज खेमरे, रविराज मेहरा, कौशल अहिरवार चीचली के अनेक वीर मनीराम अहिरवार जी के परिजन एवं संत रविदास मंदिर समिति के सम्मानित लोगों द्रारा बाबा साहब डॉ अम्बेडकर जी को फूल माला अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित कर नारे लगाये गये।
चीचली के अनुसूचित जाति के समाजसेवी चन्दभान खेमरे और भूरेलाल अहिरवार द्रारा शहीद वीर मनीराम अहिरवार जी के परिवार के वरिष्ठ नागरिक श्री जीवनलाल अहिरवार का स्वागत व सम्मान किया गया। सभी सामाजिक नागरिकों और अनुसूचित जाति के सामाजिक भाईयों ने इस पावन अवसर पर संकल्प लिया कि हमारे देश और समाज के गौरव वीर मनीराम अहिरवार जी को राष्ट्रीय शहीद का दर्जा दिलाने के हम सभी मांग करते है। तथा संकल्प लिया गया कि आजादी के स्वतंत्रता आंदोलन में अंग्रेजी सेना से युद्ध लडा और उन्हें परास्त कर गांव से खदेड़ने वाले अमर शहीद वीर मनीराम अहिरवार जी को आज तक कोई सम्मान नहीं दिया जो कि हमारी अनुसूचित जाति और जनजाति वर्गों की उपेक्षा की गई है। सरकार से मांग की है कि चीचली वीर मनीराम अहिरवार जी के कारण ही शहीदों की नगरी चीचली के नाम और कुर्बानी के नाम से जानी जाती है। ऐसे महान विभूति अमर शहीद वीर मनीराम अहिरवार हमारे देश और समाज को गौरवान्वित किया है। सभी लोगों के द्रारा बाबा साहब को नमन किया गया।