साम्प्रदायिक हिंसा के बाद आरोपियों पर कार्रवाई करने में प्रशासनिक अधिकारीयों ने एक प्रधानमंत्री आवास को ही अतिक्रमण बता कर जमींदोज कर दिया अब परिवार सड़क पर रहने को विवश है आधिकारी कह रहे है ७ अप्रैल को नोटिस दिया था जिसमे आवास योजना से बने भवन की भूमि सरकारी बताई थी दरअसल शहर के खसखसवाड़ी में रहने वाली विधवा हसीना पति फारुख और उसके परिवार का मकान पी एम आवास योजना में २०२१ बना था घर टूट जाने के बाद हसीना उसके ४ बेटे व एक बेटी को खुले में रात गुजारनी पढ़ रही है I