प्रदेश में मालियों की कमी अब युवाओं के लिए शुरू होगा कोर्स मध्य प्रदेश के शहरों में मालियों की कमी के चलते आम लोगों से लेकर नगरीय और स्मार्ट सिटी जैसी सरकारी एजेंसियों के जिम्मेदार मालियों की खोजबीन में लगे हैं लोग घरों व कॉलोनी के पार्कों तो सरकारी एजेंसियां सड़क चौराहे के सौंदर्यीकरण की देखभाल को लेकर परेशान हैं उद्यानिकी विभाग के पास माली उपलब्ध करवाने के लिए लगातार मांग आ रही है इस संकट को युवाओं के लिए रोजगार का अवसर मानते हुए विभाग ने शासन की मंजूरी से एक सर्टिफिकेट कोर्स डिजाइन किया है 1 महीने के आवासीय पाठ्यक्रम को राज्य के 5 केंद्रों पर 18 से 35 वर्ष के उन युवाओं को करवाया जाएगा जिन्होंने आठवीं पास कर रखी है जून से हर माह औसतन 150 युवा माली का प्रशिक्षण लेकर निकलेंगे