भारत की आजादी के उपरांत आज देश में देश की सरकार 75 वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रही है इस उपलक्ष्य में देश के नागरिकों सहित भारत के प्रति अपनी श्रद्धा रखने वालों के लिए सरकार ने अमृत महोत्सव के तहत राष्ट्रगान- (जन गण मन अधिनायक) को लेकर एक वीडियो जारी किया है जिसके माध्यम से आप देश के प्रति अपनी देश प्रेम भावना काे राष्ट्रगान गाकर व्यक्त कर सकते है । आप अपनी आवाज में राष्ट्रगान को रिकॉर्ड कर rashtragaan.in पर जाकर अपलोड करते है अर्थात भेजते है तो सरकार की ओर से आपको प्रमाण पत्र दिया जाएगा जिसे आप तुुुुरंंत rashtragaan.in की वेबसाइट से डाउनलोड कर सकतेे है ।
इस कोरोना काल में महंगाई, गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी, खराब स्वास्थ्य, बढ़ती अशिक्षा जैसे सड़े गले लाशों पर अब “अमृत महोत्सव” का इत्र!!
इस देश में लोगों को फिरंगी अच्छे नहीं लगे, इसलिए उन्हें भगाया गया, फिर फिरंगियों के स्वागत का गीत- जन-गण-मन अधिनायक …. को देश के लोग क्यों अपनी छाती से चिपकाए बैठे हैं?? अंग्रेज गए, अंग्रेजों का राज गया। अब उन अंग्रेज अधिनायकों का जय जयकार क्यों कर रहे हैं!!
यही सबसे बड़ा झोल है! देश एक विदेशी से आजाद तो हुआ, लेकिन दूसरा विदेशी आज भी इस देश में सत्ता चला रहा है। अर्थात एक विदेशी दूसरे विदेशी के हाथों में सत्ता सौंपकर गया।
इसलिए सत्ता सौंपकर जाने वाले विदेशी भाई का एहसान चुकाने, सम्मान करने के लिए इस देश में काबिज विदेशी अपने गुलामों के द्वारा उनका जय जयकार करवाया जाता है! अर्थात आज भी देश गुलामी के जंजीरों से जकड़ा हुआ है!!
यदि देश आजाद होता तो लोक और तंत्र दोनों की इतनी दुर्दशा नहीं होती!!