तालिबान ने तेजी से अफगानिस्तान के बड़े शहरों कंधार, गजनी और हेरात पर कब्जा जमा लिया है. शुक्रवार को आई नई जानकारी के मुताबिक, तालिबान ने अब अफगानिस्तान के लोगार इलाके पर कब्जा कर लिया और यहां से काबुल की दूरी सिर्फ 90 किमी ही है.
अफगानिस्तान की स्थिति अच्छी नहीं बताई जा रही. सूत्रों के हवाले से स्थानीय मीडिया टोलो न्यूज ने जानकारी दी है कि हेरात पर कब्जे के बाद राज्यपाल, पुलिस प्रमुख, एनडीएस कार्यालय के प्रमुख, मुजाहिदीन के पूर्व नेता मोहम्मद इस्माइल खान, आंतरिक सुरक्षा के उप मंत्री और 207 जफर कॉर्प्स कमांडर सहित सभी सरकारी अधिकारियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है ।
अफगानिस्तान के कुल 34 प्रांत में से 15 से अधिक प्रांतों पर अब पूरी तरह से तालिबान का कब्जा है.
15वीं प्रांतीय राजधानी पर कब्जा
तालिबान ने पुल-ए-आलम पर भी कब्जा कर लिया, जिससे यह अफगानिस्तान में 15वीं प्रांतीय राजधानी बन गई, जो अब विद्रोहियों के नियंत्रण में है. कंधार और हेरात पर नियंत्रण तालिबान के लिए बड़ी जीत मानी जा रही है, जिन्होंने एक हफ्ते के हमले के हिस्से के रूप में अफगानिस्तान की 34 प्रांतीय राजधानियों में से लगभग आधे पर कब्जा जमा लिया है. तालिबान ने पश्चिमी बदगीस प्रांत की राजधानी काला-ए-नव पर कब्जा करने का भी दावा किया है ।
वही अमेरिका सैन्य खुफिया की ओर से किए गए नए आकलन से यह पता चलता है कि काबुल अगले 30 दिनों के अंदर विद्रोही गुट के अधीन आ सकता है और अगर यही मौजूदा रुझान जारी रहा तो तालिबान कुछ महीनों के अंदर पूरे देश पर पूर्ण नियंत्रण हासिल कर सकता है ।