मध्य प्रदेश के एम एस एम ई दिमाग के अधीन सेट में अपने पीढ़ी पद पर विराजमान होने के लिए श्रीमती अनुराधा सिंघवी ने सारे हथकंडे अपनाए और नियमों ऐसी धज्जियां उड़ाई की रूल्स बुक का कोई औचित्य ही नहीं बचा नियम अनुसार सेट में 3डी पद पर कार्यभार ग्रहण करने के पूर्व सभी पदों से इस्तीफा देना होता है एक साथ दो लाख के पद पर नहीं रह सकते लेकिन श्रीमती अनुराधा सिंघाई दो नहीं तीन नहीं बल्कि 4 पदों पर विधि विरुद्ध एक साथ कब्जा किए हुए हैं सूचना के अधिकार एवं अन्य स्रोतों से मिली जानकारी के दस्तावेज संलग्न अनुराधा सिंह आज भी indo-european ऑफ स्टैंडर्ड तथा मेरु सलूशन प्राइवेट लिमिटेड में बतौर डायरेक्टर हैं यह एक गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है पर आईपीसी की धारा 420 467 468 471 के तहत मामला दर्ज होना चाहिए सभी उम्मीदवारों को लिखित में अपात्र मानते हुए पुनः उक्त पद के लिए विज्ञापन जारी करने की अनुशंसा की थी लेकिन श्रीमती अनुराधा सिंह गई अपराध होने के उपरांत उन्हें स्वर्ग में का कार्य कार्य संचालन नियुक्त कर दिया गया जो नियुक्ति पर सवाल उठाता है