छिंदवाड़ा – गोंडवाना महासभा के जिलाध्यक्ष ठा. प्रहलाद सिंह कुसरे के नेतृत्व में 23 फरवरी बुधवार को एस.डी.एम. पाॅढुर्णा कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन कर पांढुर्ना सिविल लाईन के पास स्थित 3600 वर्गफुट नजूल भूमि जिसमें पूर्व आदिवासी समाज के द्वारा बड़ादेव की स्थापना की गई थी और कई वर्षो से इस स्थान पर पूजा अर्चना कर सांस्कृतिक कार्यक्रम करते आ रहे थे, परंतु कुछ दिन पूर्व स्थानीय प्रशासन द्वारा इस स्थान को किसी भी प्रकार की पूजा अर्चना के लिये प्रतिबंधित कर दिया जिससे क्षेत्र के आदिवासियों में आक्रोष व्याप्त है
और इसी को लेकर गोंडवाना महासभा द्वारा ज्ञापन सौंपकर मांग की है, पूर्व में इस भूमि के आवंटन हेतु सभी विभागों से अनापत्ति मिल चुकी है, परंतु स्थानीय प्रशासन क्षेत्र के कुछ दबंगो के दबाव में आदिवासियों की इस धर्मस्थली को स्थापित करने से रोक रहा है जिसका गोंडवाना महासभा घोर विरोध करती है और महासभा ने जिला प्रशासन एवं स्थानीय प्रशासन से मांग की है इस भूमि पर पूर्व से स्थापित बड़ादेव की पूजा अर्चना की अनुमति प्रदान की जाये अन्यथा दिनांक 10 मार्च 2022 को जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन एवं जेल भरो आंदोलन होगा जिसकी समस्त जबावदारी शासन प्रशासन की होगी । इस अवसर पर गोंडवाना महासभा के जिलाध्यक्ष ठा. प्रहलाद सिंह कुसरे, ब्लाक अध्यक्ष सौंसर भगवनजी सिरसाम, डाॅ. संतराम बरकड़े, छात्र संगठन अध्यक्ष अजय धुर्वे, रविन्द्र वाडिवा, पाॅढुर्णा ब्लाक अध्यक्ष वासुदेव इरपाची, राजू पन्द्रे, बापूराव धुर्वे, सागर सलामे, परेस परतेती, रंजना आहके, संजय पन्द्रे, प्रदीप कवरेती, रामदास उईके, सागर सलामे, दुर्गेश परतेती, अमृतराव धुर्वे, निखिल मर्सकोले, परसराम सिरसाम, जानराव गजामे, सामराव मर्सकोले, नन्दू उइके, गन्नु इवनाती, रामदयाल बरकड़े, अरूण इरपाची, सहित सैंकड़ों की संख्या में सामाजिक बंधु उपस्थित थे ।