रेलवे की भर्ती परीक्षा रिजल्ट में गड़बड़ियों और अन्य मुद्दों पर आंदोलन कर रहे छात्रों ने शुक्रवार को भारत बंद का ऐलान किया है। वहीं रेलवे ने अपनी एनटीपीसी और लेवल 1 की परीक्षाएं स्थगित कर दीं है। रेल मंत्रालय ने उम्मीदवारों की शिकायतों की जांच के लिए मंत्रालय में औद्योगिक संबंधों के प्रमुख कार्यकारी निदेशक दीपक पीटर गेब्रियल की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया। समिति 14-15 जनवरी को जारी गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों (एनटीपीसी) के प्रथम चरण कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) के परिणामों के संबंध में उम्मीदवारों की शंकाओं पर गौर करेगी। पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि रेलवे बोर्ड द्वारा जारी ई मेल rrbcommittee@railnet.gov.in पर छात्र अपनी शिकायत या सुझाव भेज सकते हैं। समिति उम्मीदवारों की शिकायतों की जांच करने के बाद 4 मार्च तक अपनी सिफारिशें देगी। यही नहीं छात्रों के आंदोलन व मौजूदा परिस्थिति के मद्देनजर 15 फरवरी से शुरू हो रहे एनटीपीसी के दूसरे चरण के सीबीटी और 23 फरवरी को शुरू हो रहे सीईएन आरआरसी 01/2019 के प्रथम चरण की सीबीटी को स्थगित कर दिया गया है। गौरतलब है कि बिहार और उत्तर प्रदेश में पिछले कई दिनों से अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। बिहार में उम्मीदवारों के हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद रेलवे ने 3.50 लाख और छात्रों का रिजल्ट प्रकाशित करने का निर्णय लिया है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व सांसद सुशील कुमार मोदी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात के बाद कहा कि रेलवे ग्रुप डी के लिए दो की जगह एक परीक्षा लेगा। एनटीपीसी के परिणाम एक छात्र-यूनिक रिजल्ट फार्मूले पर होगा। पटना में हिंसक प्रदर्शन को लेकर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने चार अभ्यथियों को गिरफ्तार किया है। छह कोचिंग संचालक खान सर, एसके झा सर, नवीन सर, अमरनाथ सर, गगन प्रताप सर और गोपाल वर्मा सर पर एफआईआर की गई है।
रिजल्ट में ये तीन प्रमुख गलतियां, जिससे छात्र भड़के
{ एनटीपीसी में मेंस के लिए 20 गुना यानी 7.05 लाख रिजल्ट देने की बात थी। लेकिन यूनिक कैंडिडेट्स सिर्फ लगभग तीन लाख के आसपास ही हैं। पीटी के स्तर पर ही लेवल वाइज रिजल्ट जारी किया गया है, जो विद्यार्थियों के हित में नहीं हैं। कुल पद 35,281 हैं।
{ रेलवे ने सफल अभ्यर्थियों के बाद वेटिंग लिस्ट का प्रावधान नहीं रखा। एक से अधिक पदों के लिए क्वालिफाई होने के बाद भी अभ्यर्थी को एक ही पद पर ज्वाइन करना है। एेसे में वेटिंग लिस्ट रहती तो अन्य अभ्यर्थियों को भी मौका मिलता और पद खाली नहीं रह जाता।
{ ग्रुप डी के लिए वैकेंसी जारी करने के दौरान नोटिफिकेशन में दूसरी परीक्षा का जिक्र नहीं किया। लेकिन ग्रुप डी में जब डेढ़ करोड़ अभ्यर्थियों ने फॉर्म भरा तो अब रेलवे द्वारा कहा गया कि इसके लिए एक नहीं, दो चरण की परीक्षा पास करनी होगी।