कोरोना संक्रमण के इलाज की दवा मोलनुपिराविर की बिक्री और इस्तेमाल पर ओडिशा सरकार के ड्रग्स रेगुलेटर ने रोक लगा दी है। राज्य सरकार के नियामक ने कहा है कि जब तक यह पूरी तरह साबित न हो जाए कि दवा सुरक्षित है, इसके इस्तेमाल और बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगानी चाहिए। वहीं, सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (सीडीएससीओ) का कहना है कि किसी भी नई दवा की सुरक्षा-प्रभाव जांचने और दवा के इस्तेमाल की अनुमति देने का काम केंद्र का है। वहीं नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) प्रो. वीके पॉल के मुताबिक इस दवा को अमेरिका में कुछ शर्तों के साथ इस्तेमाल की इजाजत है। भारतीय नियामक ने भी शर्तों के साथ इस्तेमाल की इजाजत दी है, लेकिन कुछ जगहों पर धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है, जो ठीक नहीं है। यह निर्देश खासतौर पर दिया गया है कि 18 वर्ष से कम उम्र और गर्भवती को दवा नहीं देनी है, इसके अलावा भी शर्तें हैं। उसके मुताबिक ही दवा देनी चाहिए।