राजस्थान के अलवर में 16 साल की मूक-बधिर किशाेरी से निर्भया जैसी बर्बरता मंगलवार शाम 7:30 बजे से 7:45 बजे के बीच 600 मीटर दायरे में की गई। घटनास्थल से महज 600 मीटर दूर एक दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरे में 7:30 बजे किशोरी पैदल जाती दिख रही है। ठीक 15 मिनट बाद वह लहूलुहान पुलिया पर मिली। ऐसे में पुलिस की जांच का दायरा 600 मीटर और 15 मिनट में वहां से गुजरने वाले लोगों और वाहनों पर टिक गया है। पुलिस ने अन्य जगह फुटेज खंगाले तो 5 किमी के दायरे में 7 फुटेज मिले हैं, जिनमें किशोरी अकेले पैदल जाती दिख रही है। ऐसे में माना जा रहा है कि वह घर से घटनास्थल तक 15-20 किमी दूर पैदल आई होगी। क्योंकि वह सुबह से ही लापता थी। इधर, तीसरे दिन भी आरोपियों का सुराग नहीं लग सका है।
प्रियंका को घेरने रणथंभौर पहुंचे भाजपा नेता, पुलिस ने रोका
अलवर मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है। भाजपा नेता कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा काे घेरने जब रणथंभाैर के हाेटल पहुंचे, तो पुलिस ने दो-दो घंटे तक उन्हें हिरासत में रखा। पुलिस के रोकने पर वे सड़क पर ही बैठ गए और नारेबाजी करने लगे।
बच्ची का चेहरा और उसकी पीड़ा नहीं भूल पा रहे… कभी ऐसी सर्जरी न करना पड़े
मूक-बधिर किशोरी गैंगरेप और बर्बरता के बाद जयपुर के जेके लोन में बेहोश है। तीन घंटे तक ऑपरेशन कर उसकी जान बचाने वाले 7 डॉक्टर्स का कहना है कि शरीर के जख्म तो 20-25 दिन में भरने शुरू हो जाएंगे। लेकिन आत्मा पर हुए जख्म भला कैसे भरेंगे? भास्कर ने डॉक्टर्स से बात की तो उन्होंने कहा- ‘बच्ची का चेहरा और उसकी पीड़ा नहीं भूल पा रहे। काश, कभी ऐसी सर्जरी न करना पड़े।’
जिन डॉक्टरों ने जिंदगी बचाई, उनकी भी रुह कांपी
बच्ची के अंदरूनी भाग में गहरे घाव थे। पेरिनियल को रिपेयर किया गया है और पेट के रास्ते मल निकास का रास्ता बनाया गया है। ऐसा इसलिए ताकि घाव जल्दी भर सकें। यदि सबकुछ सही रहा तब भी 20-25 दिन बाद घाव भरना शुरू होंगे। यूरिनल पार्ट को पूरी तरह से बंद किया गया है। कुछ दिन बेड पर रहना होगा। – डॉ. प्रमिला और गुंजन शर्मा, सर्जन