बीते 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में जीप से कुचलकर 4 किसानों की हत्या के मामले में एसआईटी ने सोमवार को आरोप पत्र दाखिल किया घटना के 88 दिन बाद सोमवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में 5 हजार पत्रों की चार्ज शीट पेश की गई इसमें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा देवी के पुत्र और मुख्य आरोपी आशीष मिश्र मोनू के साथ ही टेनी के साले वीरेंद्र शुक्ला का नया नाम भी है पलिया ब्लॉक प्रमुख शुक्ला को पुलिस ने साक्ष्य मिटाने का आरोपी बनाया है चार्जशीट में सैकड़ों वीडियो फुटेज सीसीटीवी फुटेज और फोन कॉल की डिटेल है इसके साथ ही 208 गवाह बनाए गए हैं बता दें कि मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में जांच टीम गठित हुई है।
आशीष मौके पर था, दोस्त के हथियारों से फायरिंग हुई
सूत्रों के मुताबिक आरोपी पत्र में जांच टीम ने कहा है कि वारदात के वक्त आशीष घटनास्थल पर था वही बैलिस्टिक रिपोर्ट के आधार पर आशीष और उनके मित्र अंकित दास के लाइसेंस हथियारों से फायरिंग की पुष्टि हुई है आरोपी पत्र में कहा गया है कि वीरेंद्र का वाहन घटनास्थल पर था लेकिन उन्होंने यह बात छुपाई एसआईटी के विवेचन इंस्पेक्टर बिघाराम दिवाकर की ओर से दाखिल चार्जशीट में 17 लोगों के नाम हैं इनकी मुख्य आरोपीत आशीष सहित 13 लोग जेल में है विरेंद्र कि अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है।