आज मन दुखी है क्योंकि आज कोलार रोड पर स्वर्ण जयंती पार्क के सामने एक व्यक्ति को जो कि सड़क पर अपनी एक्टिवा के साथ ज़ख़्मी हालत में पड़ा हुआ उसको मैं अपनी कार से तत्काल बंसल हॉस्पिटल ले कर गया हमारे एक भाई जो कि पत्रकार हैं सत्येंद्र सिंह भदोरिया वह भी मेरे साथ थे लेकिन हम उस व्यक्ति को बचा नहीं पाय बंसल हॉस्पिटल के इमरजेंसी डॉक्टरों ने पूरी कोशिश की उसको बचाने की किंतु शायद मेरे आने से पहले कोई और अपनी कार से उस व्यक्ति को हॉस्पिटल ले जाता या एंबुलेंस 108 आ जाती और उसे समय पर हॉस्पिटल ले जाती तो वह व्यक्ति आज हमारे बीच होता बताया जा रहा था कि वह व्यक्ति अपनी एक्टिवा से घर के लिए जा रहा था व्यक्ति का नाम दिनेश था जो कि कोलार निवासी था नगर निगम की गाड़ी से उसका एक्सीडेंट हुआ दिनेश के सर पर गंभीर चोट आई दोषी कौन है वह गाड़ी जो रात में सफाई कर रही थी या वह एंबुलेंस जो सड़क पर हो रहे एक्सीडेंट के मरीजों को टाइम पर आकर हॉस्पिटल नहीं पहुंचाती या दोषी वह है जो सड़क पर हुए किसी हादसे को देखते हुए भी अनदेखा कर देते हैं कोई ना कोई तो दोषी है तभी तो एक मां का बेटा एक बहन का भाई एक राम का लक्ष्मण एक बेटी का सुपर हीरो हमारे बीच नहीं है मन दुखी इसलिए भी है कि काश उस व्यक्ति ने अपने सर पर हेलमेट लगाया होता तो शायद सबके साथ होता मेरा निवेदन है भोपाल के चार पहिया वाहन चालकों से कि वह इस तरह की किसी घटना को देखकर अनदेखा ना करें और दो पहिया वाहन चालको से निवेदन है कि वह हेलमेट का उपयोग करें क्योंकि दुर्घटनाएं बताकर नहीं आती कि वह कब कहां किसके यहां दस्तक दे रही है