छिंदी विद्युत वितरण केंद्र के अधिकारी द्वारा बिजली कटौती से किसान परेशान
तामिया/छिंदी आदिवासी क्षेत्र होने के कारण विद्युत विभाग के आधिकारी कर्मचारी अधिकारी द्वारा की जा रही मनमानी किसानों को नहीं मिल रहा सही बिजली किसानों को सही तरह से बिजली ना मिलने के कारण किसानों को पानी की सिंचाई में हो रही बाधा उत्पन्न हर गांव के किसान परेशान सरकार भले ही लाख दावे करती है कि गांव में बिजली 24 घंटे दी जा रही है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में लाइट नहीं दी जा रही है लाइट बार-बार ट्रिप ले रही है जिससे किसानों को पानी भगाने के लिए उचित मात्रा में वोल्टेज नहीं मिल पा रहा है उन्हें के आधिकारी कर्मचारी कर रहे मनमानी छिंदी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव में उचित बिजली ना मिलने के कारण किसान सबसे ज्यादा परेशान है इस समय खेतों में सख्त पानी की आवश्यकता है लेकिन पानी सिंचाई के लिए बिजली उपलब्ध नहीं हो पा रही है जिससे किसान अपने खेतों में सिंचाई नहीं कर पा रहा है।
छिन्दी विद्युत वितरण केन्द्र के अधिकारी एवं अधिकारियों की मिली भगत के चलते दो-दो, तीन-तीन दिन बिजली नही आती यदि बिजली आ गई तो, एक घण्टे में दसो बार कटौती होती है। क्षेत्र में वोल्टेज समस्य भी बनी हुई है, पूरे प्रदेश में किसानो को दिन भर बिजली मिल रही है, किन्तु आदिवासी क्षेत्र होने के कारण रात के 2 बजे से सुबह 6 बजे तक लाईन दी जा रही है। जबकि अन्य क्षेत्र में दोपहर 12 बजे से शाम 6 बजे बिजली दी जा रही है। जबकि दूसरे क्षेत्रों में बिजली किसानों को पर्याप्त मिल रही है। ऐसे में बिजली ना मिलने से सरकार द्वारा की जा रही बिजली देने के दावे आदिवासी क्षेत्र में खोखले साबित हो रहे हैं।