केंद्रीय भूजल बोर्ड द्वारा जारी की गई ग्राउंड वाटर रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है मप्र मैं भूजल भंडार तेजी से खत्म हो रहा है यहां 26 विकासखंड ऐसे हैं जहां भूजल भंडार सूखने की कगार पर है भोपाल इंदौर जबलपुर और ग्वालियर शहर में भूजल मौजूद है लेकिन कम मात्रा में इससे मप्र मैं गर्मी के मौसम में पेयजल संकट बढ़ सकता है
प्रदेश में भूजल का भंडार तेजी से खत्म हो रहा है वजह हे भूमिगत जल का बेहिसाब दोहन और बारिश में ग्राउंउ बॉर्डर रि चार्ज कम होना है हालात किसी खतरे की घंटी से कम नहीं है डायनामिक ग्राउंड वाटर रिपोर्ट 2020 में केंद्रीय भूजल बोर्ड तथा मप्र सरकार द्वारा हाल में किए मूल्यांकन में हालात वर्ष 2017 की तुलना में 2020 में और गंभीर हो गए हैं रिपोर्ट में प्रदेश के 318 विकासखंडो मैं से 26 विकास खंड की स्थिति गंभीर है 50 ब्लॉक सेमी क्रिटिकल श्रेणी में रखे गए हैं इनमें भोपाल ग्वालियर इंदौर और जबलपुर में भूजल मौजूद है लेकिन लगातार कमी आ रही है