आज दिनांक 06 दिसम्बर 2021 को बोर्ड आफिस चौराहा स्थित डाॅ. बाबासहाब आम्बेडकर जी के प्रतिमा स्थल पर रिपब्लिकन पार्टी आॅफ इंडिया (आंबेडकर) के राष्ट्रीय महासचिव डा मोहनलाल पाटील की प्रमुख उपस्थिति में बुध्द वंदना कर अभिवादन किया गया। बाबासहाब जी को श्रदाजंली अर्पित करते हुये डा मोहनलाल पाटील ने संम्बोधित करते हुये कहा कि ” बाबासहाब आम्बेडकर जी के सपनो का प्रबुद्ध भारत बनाना ही उन्हे सही श्रदाजंली होंगी। बाबासहाब ने संविधान में नागरिकों को जो मूलभूत अधिकार दिये है उसे हासील करना होंगा। मूलभूत अधिकारों की जानकारी लेने के लिए देश के सभी नागरिकों ने अपने यहा भारतीय संविधान की प्रतिलिपि अपने यहा रखना चाहिए । बोर्ड आफिस चौराहा स्थित डा बाबासहाब आम्बेडकर जी की प्रतिमा स्थल पहुचकर श्रध्दाजंली देनेवालों में भन्ते नागचंद्र के साथ पार्टी के नेताओं में सर्वश्री कैलाश वल्ले, प्रकाश रणवीर, रामदास घोसले, प्रकाश सोनवने, कुवरलाल रामटेके, पवनबाबु सोनवने, धनराज शेन्डे, संदिप मानकर, अमजद अली, दलित बन्सोड, दिलिप निकोसे, प्रदिप रामटेके, सिध्दार्थ पाटील, राहुल लोनारे,दिपक राही, उमेश नारनवरे, गंगाधर गजभिये, महादेव डोंगरे, मनोहर तागडे, दिलिप शेन्डे, रामदास ढोके , अरुण पुसे, बोरकर भास्कर प्रधान, गोकुल लोखंडे आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।
बाबासहाब की 65 वी पुण्यतिथि पर आरपीआई (आंबेडकर) की श्रध्दाजंली सभा
भोपाल : महामानव, भारत भाग्य विधाता, संविधान निर्माता बोधिसत्त्व परमपुज्य डा बाबासहाब आम्बेडकर जी की 65 वी पुण्यतिथि (महापरिनिर्वाण दिवस) पर आरपीआई (आंबेडकर) ने अपने कार्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश अध्यक्ष डा मोहनलाल पाटील की अध्यक्षता श्रध्दाजंली सभा का आयोजन किया। डा मोहनलाल पाटील ने इस अवसर पर पार्टी कार्यकर्ताओं को कहा कि देश में समता, स्वातंत्र, बंधृत्व व न्याय पर आधारित प्रबुद्ध समाज की स्थापना के लिए जन्म और जाती के आधार हो रहे शोषण को रोककर तथा समाज से भुख एवं भय को मिटाने ने बाबासहाब जी ने संविधान में जो मूलभूत अधिकार हमें दिये उसे हासिल करना होंगा। अधिकार क्या है यह जानने लिए आप संविधान को पढ़े और लोगों को उससे अवगत कराये। आज हम बाबासहाब आम्बेडकर जी को श्रदाजंली अर्पित करते हुये हम संकल्प लेते है की प्रबुद्ध समाज बनाकर बाबासहाब आम्बेडकर जी के सपनो को साकार करेंगे । श्रदाजंली सभा में पार्टी के मध्यप्रदेश के नेताओं में कैलाश वल्ले, रामदास घोसले, प्रकाश सोनवने, यु जी चवरे, कुवरलाल रामटेके, प्रकाश रणवीर, संदिप मानकर, अमजद अली, महादेव डोंगरे, मनोहर तागडे, पवनबाबु सोनवने, दिपक राही, धनराज शेन्डे, दलित बन्सोड, दादाराव चक्रनारायण,दिलिप निकोसे, प्रदिप रामटेके, सिध्दार्थ पाटील, निर्मलदास मानकर, विजय नेमा, शैलेन्द पाल, राहुल मेश्राम, उमेश नारनवरे, अशोक वानखेडे, शेन्डे, ए आर आनंद, भास्कर प्रधान, रवि तायडे, राहुल लोनारे, गंगाधर गजभिये, दामोधर बन्सोड, विजय सुरडकर, बाबा मुंजेवार, जे डी राऊत, गणेश खोब्रागडे, श्रीधर गवारगुर, अरुण पुसे, मिलिंद बागडे, रामदास ढोके, पुरुषोत्तम कडबे,अनिल डोंगरे , शकुंतला बागडे, रंजना डेंगरे,काजल मेहरा* आदि ने श्रदाजंली सुमन अर्पित किये ।