चीन की टेनिस स्टार पेंग शुआई ने कुछ समय पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनिपंग की सरकार के एक बड़े अधिकारी पर सेक्शुअल असॉल्ट के आरोप लगाए थे। अब माना जा रहा है कि चीन की सरकार ने उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की है और उनसे जबरन बयान लिया गया है कि ये आरोप गलत थे।महिला टेनिस महासंघ के प्रमुख ने कहा है कि उन्हें पेंग शुआई के अपनी मर्जी से बयान देने पर यकीन नहीं है। ये बयान एक ‘E-Mail’ के जरिए सामने आया है, जबकि पेंग अभी भी गायब हैं। चीन के सरकारी ब्रॉडकास्टर CGTN ने पेंग का लिखा ये E-Mail जारी किया है। मेल के रूप में लिखी गई इस चिट्ठी में दावा किया गया है कि पेंग शुआई लापता या असुरक्षित नहीं थी। मेल में कहा गया है कि वे अभी घर पर आराम कर रही हैं और सब कुछ ठीक है।
इस महीने पेंग ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर कहा था कि पूर्व उप प्रधानमंत्री झेंग गाओली ने लगातार इनकार करने के बावजूद उनके साथ यौन संबंध बनाया। हालांकि सरकार द्वारा इस पोस्ट को सोशल मीडिया से हटा दिया गया है। साथ ही चीनी मीडिया में भी इस खबर को दबा दिया गया है।35 साल की पेंग ने लिखा था, ‘पूर्व उप प्रधानमंत्री और सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य झेंग गाओली ने तीन साल पहले लगातार इनकार करने के बावजूद मुझे यौन संबंध बनाने के लिए बाध्य किया। इस घटना के दौरान उनकी पत्नी दरवाजे पर पहरा दे रही थी। सात साल पहले भी उन्होंने मेरे साथ ऐसा किया था।’
इस घटना के कुछ ही दिन बाद वो गायब भी हो गई थीं। जापान की टेनिस स्टार नाओमी ओसाका ने कहा था कि वह साथी खिलाड़ी पेंग शुआई के बारे में सुनकर स्तब्ध हैं। उन्होंने ट्विटर पर लिखा था, ‘मुझे नहीं पता कि आपकी नजरें खबरों पर हैं या नहीं, लेकिन हाल में मुझे एक साथी खिलाड़ी के बारे में पता चला, जो अपने यौन उत्पीड़न का खुलासा करने के कुछ देर बाद गायब हो गई। आवाज को दबाना किसी भी कीमत पर सही नहीं है।’