बाबासाहेब पुरंदरे के नाम से लोकप्रिय इतिहासकार कुछ समय से बीमार थे. पुरंदरे की अधिकतर कृतियां मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज पर केंद्रित हैं. उनकी पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए यहां उनके निवास ‘पुरंदरेवाडा’ में रखा गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जाने माने इतिहासकार बलवंत मोरेश्वर पुरंदरे के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए सोमवार को कहा कि उनके निधन से इतिहास और संस्कृति की दुनिया में एक बड़ा खालीपन पैदा हो गया है. उन्होंने कहा कि पुरंदरे के कारण भावी पीढ़ी मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी से और अधिक जुड़ाव महसूस करेगी. पीएम ने कहा कि अपने व्यापक कार्यों के कारण पुरंदरे हमेशा जीवित रहेंगे. उन्होंने पुरंदरे के परिवार और उनके प्रशंसकों के प्रति संवेदना प्रकट की
पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा, “मैं अपने दु:ख को शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता. शिवशाहीर बाबासाहेब पुरंदरे के निधन ने इतिहास और संस्कृति की दुनिया में एक बड़ा खालीपन पैदा कर दिया है. पुरंदरे के कारण भावी पीढ़ी छत्रपति शिवाजी महाराज से और जुड़ी रहेगी. उनके अन्य कार्य भी सदैव याद रखे जाएंगे.”
प्रधानमंत्री ने कहा कि पुरंदरे मजाकिया एवं बुद्धिमान थे और उन्हें भारतीय इतिहास का काफी ज्ञान था. उन्होंने एक समारोह के अपने संबोधन का वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, “पिछले कुछ वर्षों में मुझे उनसे अत्यंत निकटता से बात करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था. कुछ महीने पहले, उनके शताब्दी वर्ष समारोह को संबोधित किया था.”