उन्होंने कहा कि जब भी संयुक्त किसान मोर्चा के कोई कार्यक्रम होता है तो रातों रात किसान नेताओं को घर से उठा लिया जाता है और अवैधानिक रूप से उन्हें रात भर थाने में रखा जाता है। हर बार की तरह प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से पूर्व यही दमन चक्र चला और रातों रात किसान नेताओं को घरों से उठाया गया।
सार्वजनिक जीवन में हमारे साथ जो कुछ हो उसकी परवाह नहीं पर बात जब हमारे परिवारों पे आएगी तो किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने अपने साथ हुई घटना का विवरण बताते हुए कहा कि रात बिरात पुलिस वाले घर आते हैं 15 से 20 लोग कभी रात 12 बजे कभी रात 2 बजे तो कभी सुबह 5:30 आज जाते हैं और पूछताछ करते हैं के आपके पति कहा हैं ये क्या हरकत है और अकेली औरत से आप ये सब कैसे पूछ सकते हैं इतनी रात घर जाकर।
और 14 तरीक की रात जो हुआ वो तो अकल्पनीय व घोर निंदनीय है।
उन्होंने कहा कि जब वे रायपुर से भोपाल अपनी कैंसर पीड़ित सासू मां को देखकर लौट रहे थे जो कि मरणासन्न स्थिति में है जिस कारण अपने 7 माह के बच्चे की पहली दिवाली भी उन्होंने ससुराल में मनाई और क्योंकि वे गाडरवारा महापंचायत से सीधे रायपुर चले गए थे तो कुछ सामान लेने और ग्यारस की पूजन कम से कम घर पर कर पाए इस मंशा से 14 तारीख की रात को भोपाल पहुंचने के लिए निकले 14 तारीख की रात यानी 15 तारीख की सवेरे 12 बज के 40 मिनट देर रात जैसे ही अब्दुल्लागंज टोल नाके पहुंचते हैं 12 से 15 पुलिस वाले की गाड़ी को घेर लेते और कहते हैं हमारे साथ चलो हम क्राइम ब्रांच जब पूछते हैं कि क्यों तो कहते हैं ऊपर से आदेश है हम सवेरे से आप ही का इंतजार कर रहे हैं भोपाल के चारों ओर केवल आपके लिए पुलिस लगा रखी है जो मैंने पूछा कि मैं कौन हूं आतंकवादी हूं कोई अपराधी हूं तो उन्होंने कहा आपके किसान नेता है इसलिए आपको हमारे साथ चलना पड़ेगा इसके बाद एक पुलिस वाला जबरिया गाड़ी में बैठ जाता कहता कि आप चलो हम आपके घर के बाहर पुलिस लगा देंगे अगर आपका कोई कार्यक्रम नहीं है उन्होंने कहा कि उनकी मानो स्थिति अभी अलग है और कोई कार्यक्रम नहीं है घर जा रहे हैं पर जैसे ही मंडीदीप का पुल उतरते हैं तो डीएसपी क्राइम ब्रांच अक्षय चौधरी वहां खड़े मिलते हैं और कहते हैं कि 2 मिनट आपसे बात करनी है कल के कार्यक्रम को लेकर फिर आप चले जाना और जैसे ही गाड़ी से उतरते हैं 10 से 12 पुलिस वाले उनको अपनी और गाड़ी में खींचने लगते हैं यह देखकर उनकी पत्नी घबराते हुए बाहर आती है और पूछती ने कहां ले जा रहे हो इतनी रात को मैं अकेले यहां क्या करूंगी मैं यहां छोड़ रहे हो तो डीएसपी अक्षय चौधरी उनकी बीवी को धक्का देते हैं 10 से 12 पुलिस वाले मिलकर उसको कि उनकी बीवी को खींचते हैं 10 से 12 पुलिस वाले उन्हें खींचते हैं एक महिला कॉन्स्टेबल न एक महिला अधिकारी भी वहां नहीं थी ऐसे में दोनों को गिरफ्तार करके एमपी नगर थाने लाया जाता है वहां राहुल राज जी अपने किसी रिश्तेदार को बुलाकर अपनी गाड़ी के साथ अपनी बीवी बच्चों को सौंपते हैं गाड़ी की चाबी पुलिस वालों के पास थी उनके रिश्तेदार पुलिस वालों से चाबी लेकर वहां खड़ी गाड़ी को लेकर आते हैं क्योंकि पुलिस वाले जो इतनी निकृष्ट हरकत कर रहे थे उनके भरोसे उनके बीवी बच्चों को नहीं छोड़ा जा सकता था ।
इस झूमा झटकी में उनका 7 माह का बच्चा गिरते गिरते बचा बीवी का कुर्ता तक फट गया।
रात भर एमपी नगर थाने में राहुल राज जी को रखा जाता है और प्रधानमंत्री के जाने के बाद कार्यक्रम पूर्ण होने के बाद देर शाम उन्हें छोड़ा जाता है इस पूरी घटना में डीएसपी अक्षय चौधरी द्वारा जबरिया उनके साथ माह के बच्चे और बीवी के साथ किए गए अभद्र व्यवहार के चलते आज पत्रकार वार्ता के माध्यम से अपनी बात रखी और यह रोष प्रकट किया कि हमारे साथ चाहे जो हमने कभी पत्रकार वार्ता नहीं करी कभी नहीं कहा कि हमें जेल में डाला गया कभी नहीं कहा कि हमारे साथ अभद्रता होती है इस बात को लेकर अलग से कभी पत्रकार वार्ता नहीं करी लेकिन आज पानी सर से ऊपर जा चुका है बात हमारे परिवारों पर आ चुकी है इसलिए आज मजबूरी है कि समाज को इन पुलिस वालों की सच्चाई बताई जाए और उन्होंने मांग की कि डीएसपी अक्षय चौधरी को तत्काल निलंबित किया जाए उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह जी सभी बच्चों के मामा हैं तो क्या वह मेरे बच्चे के मामा नहीं उन्होंने कहा मेरी पत्नी उनकी सभी महिलाएं की भई उनकी बहन है ऐसे में उन्होंने कहा कि नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री तत्काल ऐसे अधिकारी को निलंबित करें यदि अधिकारी निलंबित नहीं होता है तो पूरे मध्यप्रदेश में उस अधिकारी के सरकार प्रशासन के पुतले जलाए जाएंगे और ज्ञापन सौंपेंगे इसके साथ ही उन्होंने कहा संयुक्त किसान मोर्चा की कोर कमेटी की बैठक में दिल्ली में इस विषय को आदरणीय कक्का जी रखेंगे और संयुक्त मोर्चा इस दमन चक्र जो किसान नेताओं के विरुद्ध चलता है रोकने के लिए बहुत जल्द कठोर निर्णय लेगा ।
साथ ही डीजीपी और चीफ सेक्रेट्री एवं प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को भी महासंघ की ओर से पत्र लिखा जाएगा और इतने दमन चक्र के बाद और अब बात जब परिवारों पर आ ही गई है तो हमारी मजबूरी हो चुकी है कि हम उच्च न्यायालय की शरण में उच्च न्यायालय में जाएं दोषी अधिकारियों को सजा दिलाने के लिए रिपीटेशन लगाई जाएगी
उन्होंने पुनः यह बात दोहराई यदि कोई यह सोचता है कि इस प्रकार के अनैतिक कृत्य करके वह मेरे मनोबल को तोड़ने का प्रयास करेंगे और यह जानने के बाद गिरफ्तार किए गए अन्य किसान नेताओं के कहने के बाद कि राहुल गांधी का कोई कार्यक्रम नहीं है इसके बावजूद व्यक्तिगत टारगेट करते हुए बार-बार घर पर जाकर परेशान करेंगे और रातों-रात उठाएंगे और अभद्रता परिवार के साथ करेंगे और सोचेंगे कि वह किसानों के हित की लड़ाई लेना छोड़ दे तो वह मुगालते में ना रहे अंतिम सांस तक किसानों की लड़ाई लड़ते रहेंगे परिणाम चाहे जो भी हो लेकिन बात आज परिवार पराई है तो दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों को बख्शा नहीं जाएगा दोषी अधिकारी अच्छे चौधरी का निलंबन होकर रहेगा यह बात उन्होंने पत्रकार वार्ता के माध्यम से कही।
उन्होंने कहा कि ये गुंडा राज चालू हो गया है,
और अंग्रेज़ो की भांति ये काले अंग्रेज़ क्रांतिकारियों पर अत्याचार कर रहे हैं।
साथ में उपस्थित महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रवि दत्त जी ने कहा की महासंघ पूरे मध्यप्रदेश में दोषी अधिकारी के पुतले माउस के निलंबन हेतु राज्यपाल को कलेक्टरों के माध्यम से ज्ञापन देगा।
उक्त पत्रकार वार्ता में भोपाल महानगर के अध्यक्ष त्रिवेणी दत्त त्रिपाठी जी मौजूद रहे और उन्होंने भी इस कुकृत्य की घोर निंदा करते हुए अक्षय चौधरी डीएसपी क्राइम ब्रांच का निलंबन की मांग की।