विगत दिनों राजधानी भोपाल में अखिल भारतीय आदिवासी परिषद ट्रस्ट की बैठक संपन्न हुई जिसमें आदिवासी जनजाति समाज के मुद्दों को लेकर और परिषद के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने के लिए चर्चा की गई इस चर्चा में राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय इस्पात और ग्रामीण मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, कमल मर्सकोले, राज्यसभा सांसद अनुसुइया उइके, सहित समाज के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित हुए परिषद की बैठक में मंथन के बाद आगामी 15 नवंबर को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपस्थित होंगे
जनजाति सम्मेलन में वह आदिवासियों को संबोधित भी करेंगे यह कार्यक्रम राजधानी भोपाल के जंबूरी मैदान में आयोजित किया जाएगा सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि प्रधानमंत्री के आगमन के स्वागत में मध्य प्रदेश सरकार और भारतीय जनता पार्टी संगठन मिलकर तैयारियां जोर शोर से जहां कर रही हैं वही इस जनजाति सम्मेलन में लगभग 500000 लोगों की उपस्थिति होने का अनुमान लगाया जा रहा है। बैठक के दौरान राज्यसभा सांसद अनुसुइया मीडिया से चर्चा के दौरान बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आदिवासियों के कल्याण के लिए पुरजोर प्रयास किए जा रहे हैं जब गोंडवाना लैंड न्यूज़ के एंकर ने सवाल किया आजादी के बाद देश में कई एनजीओ द्वारा सरकार और विदेशी फंड से कार्य की इसके बावजूद भी आदिवासियों का विकास नहीं हो सका ऐसा क्यों तो उन्होंने जवाब दिया कि आप जैसे पत्रकार और विद्वान इस बात को माननीय प्रधानमंत्री को बता चुके हैं उनके सामने रख चुके हैं जिस पर उन्होंने कोई रूपरेखा तैयार की है जिससे आदिवासियों का भला हो सके।