भारतीय सेना में गोरखा भर्ती पिछले चार वर्षों से रुकी हुई है। पहले कोविड महामारी के दौरान ये भर्ती रुकी, फिर भारत सरकार की अग्निपथ स्कीम पर एतराज जताते हुए नेपाल ने गोरखा भर्ती पर रोक लगा दी। भारत और नेपाल के बीच इस मुद्दे पर बातचीत भी हुई लेकिन कोई हल नहीं निकल सका। गोरखा भर्ती रोक से दोनों देशों के बीच दशकों पुराने रिश्ते पर भी असर पड़ा है।यूरेशियन टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, जनरल द्विवेदी ने अपने नेपाली सेना चीफ से गोरखा सैनिकों की भर्ती फिर से शुरू करने का अनुरोध किया है। जनरल द्विवेदी ने कहा, ‘मैंने व्यक्तिगत रूप से नेपाल के सेना प्रमुख से भारतीय सेना में जातीय गोरखा समुदाय की भर्ती फिर शुरू करने का आग्रह किया। मुझे उम्मीद है कि यह जल्दी ही शुरू किया जाएगा। हमने नेपाल सरकार को अपना प्रस्ताव सौंप दिया है, अब उनके जवाब का इंतजार है।’ हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि भर्ती कब तक फिर से शुरू होने की उम्मीद है।