इसमें सऊदी खनन कंपनी मादेन और अरामको सहयोग कर रही हैं। सऊदी मंत्री ने बताया कि वे लिथियम को एक नई तकनीक की मदद से निकाल रहे हैं जिसे किंग अब्दुल्ला यूनिवर्सिटी ने विकसित किया है। दुनियाभर के देश जीवाश्म ईंधन से दूर जा रहे हैं। लिथियम की मदद से ही इलेक्ट्रिक कार, लैपटॉप, फोन तथा तमाम अन्य उपकरणों की बैट्री बनाई जा रही है। सऊदी अरब के अलावा यूएई की भी राष्ट्रीय तेल कंपनियों ने अपने तेल क्षेत्र से खनिज निकालने की योजना बनाई है।