दिक्कत ये है कि अरब वर्ल्ड में अमेरिका विरोधी सेंटिमेंट बहुत मजबूत हुआ है, जिससे कि सऊदी और कुवैत जैसी प्रो यूएस जैसी सरकारें अमेरिकी नीतियों को समर्थन देने की चुनौती का सामना कर रही हैं। इन देशों में जनमानस मानता है कि इन सरकारों को अमेरिका को लेकर कड़ा रुख रखना होगा। ये अमेरिका के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं।आज के हालात में वो चाहेंगे कि ईरान में सत्ता परिवर्तन हो, क्योंकि अमेरिकन आर्मी किसी युद्ध में शामिल होना नहीं चाहेगी। मिडिल ईस्ट में अमेरिका की खोई साख को हासिल करने को लेकर ट्रंप अपनी ओर से पूरी कोशिश करेंगे। जिसके तहत वो नहीं चाहेंगे कि वो इजरायल का साथ देने के लिए किसी युद्ध में उलझें।