लेबनान में पेजर और वॉकी-टॉकी में धमाकों के बाद ईरान ने कई एहतियाती कदम उठाए हैं। संभावित खतरे के अंदेशे को देखते हुए ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने अपने सभी सदस्यों को सभी कम्युनिकेशन डिवाइस का इस्तेमाल बंद करने का आदेश दिया है। आईआरजीसी के दो वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों के हवाले से रॉयटर्स को इस फैसले की जानकारी दी है। ईरानी अधिकारी ने बताया कि सभी डिवाइस की जांच के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है।वायनेटन्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते हफ्ते लेबनान में हिजबुल्लाह लड़ाकों के इस्तेमाल में रहे हजारों पेजर और वॉकी-टॉकी फट गए थे। इसे इजरायल के एक बड़े ऑपरेशन का हिस्सा बताया गया है। ईरान भी इजरायल के प्रमुख विरोधियों में से है। ऐसे में ईरान के अंदर भी इस तरह के किसी ऑपरेशन का डर है। ऐसे में आईआरजीसी ने ना सिर्फ कम्युनिकेशन डिवाइस बल्कि तमाम इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच के लिए कहा है। खासतौर से दूसरे देशों से आए उपकरणों की जांच की जा रही है।
आईआरजीसी ईरान में एक शक्तिशाली राजनीतिक, सैन्य और आर्थिक बल है, जिसके सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई से घनिष्ठ संबंध हैं। 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद इसका गठन किया गया था। इसकी अपनी जमीनी सेना, नौसेना और वायु सेना है जो ईरान के सामरिक हथियारों की देखरेख करती है। ऐसे में ये इजरायल के भी निशाने पर रहता है।