ममता बनर्जी के इस्तीफे वाले बयान पर कैलाश विजयवर्गीय , ‘बंगाल को तानाशाही से मुक्ति मिलेगी’

भोपाल: तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी द्वारा पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की पेशकश की गई है। इसके एक दिन बाद, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि यह कदम राज्य और देश के हित में होगा। मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश सरकार में शहरी विकास मंत्री विजयवर्गीय (68) ने कहा कि अगर वह (ममता) मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देती हैं, तो पश्चिम बंगाल के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।बता दें कि एक बार पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के दौरान कैलाश विजयवर्गीय के काफिले पर हमला हुआ था। विजयवर्गीय ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके इस्तीफे से पश्चिम बंगाल में मानवाधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। साथ ही यह राज्य और देश के हित में होगा।

उल्लेखनीय है कि आर.जी. कर अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की भयावह घटना के बाद, पश्चिम बंगाल में डॉक्टर और अन्य चिकित्सा सुविधाएं पैरामेडिक्स की सुरक्षा को लेकर चिंता जता रही हैं। इस चौंकाने वाली घटना ने देश भर में राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया और डॉक्टरों ने अपना समर्थन जताने के लिए विरोध प्रदर्शन किया। मध्य प्रदेश में उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद जूनियर डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली थी। हाल ही में भाजपा के एक नेता ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को 'हिटलर' भी कहा था।
गौरतलब है कि गुरुवार को डॉक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल राज्य सचिवालय के दरवाजे से वापस चला गया था, जिसके बाद ममता ने कहा कि वह मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए तैयार हैं। रिपोर्ट के अनुसार ममता बनर्जी एक कमरे में बैठकर डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल से मिलने का इंतजार कर रही थीं। जब वे नहीं पहुंचे तो ममता खाली कुर्सियों से भरे कमरे से बाहर आईं और दुखी होकर घोषणा की कि वह लोगों की खातिर इस्तीफा देने को तैयार हैं। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि डॉक्टरों ने अंतिम समय में बैठक करने से मना कर दिया, क्योंकि राज्य सरकार ने बैठक का सीधा प्रसारण करने से इनकार कर दिया था।

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