नदी को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए श्रमदान कर गांधीगिरी की गई।
कलियासोत डेम के किनारे पॉलिथीन एकत्र कर सरकार, सांसदों, विधायकों, अधिकारियों से अपील की गई कि कलियासोत नदी को बचाने,प्रदूषण मुक्त करने और अतिक्रमण हटाने के लिए कुछ करें।
पर्यावरण बचाओ अभियान के प्रवक्ता अफताब आलम हाशमी,आनंद पटेल ने उक्त जानकारी दिया। इस कार्यक्रम में पर्यावरण बचाओ अभियान के मार्गदर्शक एवं पर्यावरणविद
शरद सिंह कुमरे प्रमुख रूप से उपस्थित थे और श्रमदान में सहभागिता किया। इस अवसर पर शरद सिंह कुमरे ने कहा कि भोपाल की एकमात्र नदी को भोपाल के नागरिक बर्बाद कर रहे हैं। सिंगलयूज प्लास्टिक फेंका जा रहा है, अतिक्रमण किया जा रहा है,सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, व्यवसायिक/ आर्थिक गतिविधियों से नदी का अस्तित्व खत्म होते जा रहा है। इसके जिम्मेदार हम सभी हैं। इसलिए व्यक्ति, समाज और सरकार के लोग मिलकर अपनी गलती सुधारें। ईमानदार नियत से नदी को बचाने के लिए कुछ करें। श्रमदान में पर्यावरण बचाओ अभियान के संस्थापक सदस्य आनंद पटेल, डॉ रचना डेविड, रमेश वंजारी, विवेक सक्सेना, डॉ पल्लवी आठे, डॉ प्रतीक आठे, अफताब आलम हाशमी, अमन पुषाम, सुधा पुषाम, राजनंदनी कुमरे, सौरभ राजपूत, मीत पुषाम,सुषमा मरावी ,राजेश बरपे आदि उपस्थित थे।