नई दिल्ली :उत्तरी दिल्ली में एक 4 साल के बच्चे के अपहरण का मामला सामने आया है. उत्तरी दिल्ली पुलिस के डीसीपी मनोज कुमार मीणा ने बताया कि 12 जुलाई को दोपहर में करीब 3 बजे उन्हें एक पीसीआर कॉल मिली थी जिसमें लाल किले के पास परेड ग्राउंड से एक चार साल के बच्चे को अगवा किए जाने के बारे में बताया गया था. पीड़िता रुखसाना ने कहा कि वह 11 जुलाई को परेड ग्राउंड की पार्किंग के पास फुटपाथ पर अपने 4 साल के बच्चे के सोई थी लेकिन जब वह अगले दिन उठी तो उसका बच्चा गायब था. इसके बाद उसने काफी देर तक अपने बच्चे को खोजा लेकिन उसे उसका बच्चा नहीं मिला. इसके बाद पुलिस ने रुखसाना की शिकायत पर अपहरण का मामला दर्ज किया था. कोतवाली पुलिस थाने की टीम ने जांच शुरू की और जहां पर यह वारदात हुई थी वहां पर और उसके आसपास लगे करीब 370 सीसीटीवी कैमरा की फुटेज देखी. फुटेज में एक संदिग्ध दिखाई दिया जो वहां पर पहले से ही टहल रहा था लेकिन अंधेरा होने की वजह से उसकी तस्वीर ज्यादा साफ नहीं दिख रही थी. इसके बाद जिस रास्ते से वह गया वहां की सीसीटीवी कैमरा की फुटेज को देखा गया और पता चला कि आरोपी बच्चे को लेकर पहले जामा मस्जिद गया और वहां से ई रिक्शा से चावड़ी बाजार की तरफ गया. चावड़ी बाजार से वह नई दिल्ली रेलवे स्टेशन गया.इसके बाद एक मुखबिर के जरिए पता चला कि आरोपी बच्चों के साथ गांधी पार्क में है और वह पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़ने वाला है. इसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आरोपी को पकड़ लिया गया. बच्चे को भी सुरक्षित तरीके से उससे छुड़ा लिया गया.
आरोपी का बयान
53 साल के आरोपी शेखू ने बताया कि वह मूल रूप से यूपी के शामली का रहने वाला है वह पेशे से भिखारी हैआरोपी ने बताया कि वह अपनी साली की हत्या के आरोप में 7 साल जेल में रहने के बाद बाहर आया है. इससे वह काफी दुखी था. पुलिस के मुताबिक आरोपी कभी चोरी करता था, कभी भीख मांगता था और उसे नशे का लत है. उसने जब परेड ग्राउंड में बच्चे को महिला के साथ देखा तो उसने बच्चे को अगवा कर लिया और वह बच्चे को लेकर मेरठ जाने वाला था जहां पर वह बच्चे को बेचकर पैसे कमाने की फिराक में था या फिर बच्चों से भीख मंगवाता लेकिन पहले ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया.