भोपाल 11 जुलाई। देश की जानीमानी पर्वतारोही ज्योति रात्रे ने मध्य प्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के पीडीटीसी स्थित कैंपस के सभागार में अपने एवरेस्ट फतह के रोमांचक संस्मरण सुनाकर पर्वतारोहण की दिलचस्प कहानी से अवगत कराया। ‘इलेक्ट्रिकल सेफ्टी इन पॉवर डिस्ट्रीव्यूशन फॉर एमपीएमकेवीवीसीएल इंजीनियर्स’ की तीन दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम के दौरान मोटीवेशन स्पीच के क्रम में सफल पर्वतारोही ज्योति रा़त्रे ने बताया कि पर्वतारोहण एक रोमांचकारी अनुभव है। इसके लिए हर तरह से हमें तैयार रहना होता है। उन्होंने बताया कि जब हम पर्वतारोहण के लिए निकलते हैं तो वहां कोई आपकी मदद नहीं करता है, बस आपको अपने बलबूते पर मुश्किलों को पार करनी होती है। इसलिए मैंने 49 वर्ष की आयु में जो लक्ष्य तय किया उसे मैंने 55 साल की आयु में पूरा किया, तो आप भी अपने जीवन में जो भी लक्ष्य बनाएं उसे जरूर पूरा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वह लक्ष्य किसी भी कार्यक्षेत्र में हो सकता है, चाहे गेम हो, कला का क्षेत्र हो या फिर अपने कार्यालयीन कार्यों का लक्ष्य हो, उसे अपनी मेहनत, लगन और निष्ठा से उसे आप जरूर पूरा कर सकते हैं।
पर्वतारोही ज्योति रात्रे ने बताया कि पर्वतारोहण एक जोखिम भरा काम है, और फिर एक महिला के लिए तो और भी मुश्किल है। लेकिन महिला होने के नाते मैंने कहीं भी अपने आप को पीछे नहीं पाया। ज्योति ने मोटीवेशनल स्पीच के दौरान कहा कि आप किसी भी काम को करने की अपने मन में ठान लेते हैं तो फिर उसे करने के लिए अपने परिजनों से सलाह जरूर लें। उनका आशीर्वाद और प्रोत्साहन आपके साथ होगा तो कार्य की सफलता में कोई संशय नहीं रहता है। ज्योति ने बताया कि किस तरह से उन्हें एवरेस्ट फतह के पहले प्रयास में आखरी पड़ाव पर पहुंचने के बाद वापस आना पड़ा था, लेकिन दोबारा फिर अपने परिजनों की सहमति से पूरी तैयारी की और आखिरकार एवरेस्ट फतह करके अपने लक्ष्य को हासिल कया। इस तरह से ज्योति रा़त्रे ने एवरेस्ट की चढ़ाई के रोमांचकारी किस्से सुनाकर सभी को उत्साह और रोमांच से भर दिया।
मोटीवेशनल स्पीच के दौरान कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन एवं प्रशासन) श्री मेहताब सिंह गुर्जर, डायरेक्टर पीडीटीसी श्री अनिल कुमार खत्री, मुख्य महाप्रबंधक श्री डीपी अहिरवार सहित अनेक अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।