क्या आपकी हड्डियां कमजोर हो गई हैं, क्या आप हमेशा कमजोर और थका महसूस करते हैं, क्या शरीर में खून बनना कम हो गया है, क्या ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ा रहता है, क्या आप मोटापे का शिकार हैं? अगर इनमें से एक भी सवाल का जवाब हां, तो अब वक्त आ गया है कि अपने साधारण आटे से बेनी रोटियों की बजाय रागी के आटे की रोटियां खानी शुरू कर दें।
आयुर्वेद एक्सपर्ट के अनुसार, रागी के आटे से बनी रोटियों की एक सर्विंग में लगभग पौने 2 गिलास दूध के बराबर कैल्शियम है, इसी मात्रा में प्रोटीन की मात्रा अंडे से दो गुना ज्यादा है। इसमें आयरन की मात्रा पालक से दो गुना, मैग्नीशियम की मात्रा कद्दू के बीज से 15% और पोटेशियम की मात्रा केले से 28% ज्यादा है।डॉक्टर के अनुसार, रागी के आटे से बनी रोटी में विटामिन B1 का लेवल चावल से 5 गुना ज्यादा है जबकि विटामिन B12 का लेवल चावल से 9 गुना ज्यादा और विटामिन B3 का लेवल गेहूं से 2 गुना ज्यादा है। इसके अलावा इसमें विटामिन ए और विटामिन सी की भी अच्छी मात्रा पाई
पाचन तंत्र मै लाभदायक अगर आप अक्सर कब्ज, पेट में भारीपन, अफारा या पाइल्स की समस्या से पीड़ित रहते हैं, तो आपको इस आटे की रोटी को अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। इस रोटी में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है जिस वजह से यह पेट साफ करके कब्ज से मुक्ति दिला सकती है।