अनुकंपा नियुक्ति के लिए भटक रहे दिवगंत पंचायत सचिवों के आश्रित

भोपाल,8 जुलाई। प्रदेश में दिवगंत पंचायत सचिवों के पात्र आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति मिलना अब अग्नि परीक्षा से कम नहीं हो गया है। इस प्रक्रिया में उलझाने वाले नियम तैयार किए गए हैं। जिसके कारण यह हालत बनी है। सचिवों का कहना है कि जब पूर्व सरकार द्वारा भी घोषणा की गई थी कि आसानी से अनुकंपा दी जाएगी। तब फिर दिवंगतों के आश्रितों को क्यों परेशान किया जा रहा है। तत्काल अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की जानी चाहिए। क्योंकि यह लाभ नहीं मिलने के कारण पंचायत सचिवों के आश्रित उम्र दराज हो रहे हैं।
-भटक रहे है दिवंगत सचिवों के आश्रित- नत्थू सिंह पटेल
पंचायत सचिव संगठन के सतना जिला अध्यक्ष नत्थू सिंह पटेल कहते हैं कि शिक्षा विभाग योग्यता निर्धारण के नाम पर अनुकंपा नियुक्ति में दिवंगत शिक्षकों के आश्रितों को परेशान कर रहा है। जबकि इस संदर्भ में शासन को भी अवगत करा दिया गया है। उन्होंने कहा है कि सैकड़ो की तादाद में आश्रित भटक रहे हैं। अनेक आश्रित ऐसे हैं की जिन्हें पिछले करीब 10 साल से न्याय नहीं मिल पाया है। इस संदर्भ में कलेक्टरों से लेकर विभाग को अवगत कराया गया लेकिन अनुकंपा मिलन दूर की कौड़ी बन गई है।
-हर जिले में लंबित पड़े हुए हैं प्रकरण- पदम सिंह ठाकुर
संगठन के रतलाम जिला अध्यक्ष पदम सिंह ठाकुर कहते हैं कि अनुकंपा के प्रकरण हर जिले में लंबित पड़े हुए हैं। राज्य शासन स्तर पर भी प्रकरणों का कोई समाधान नहीं किया जा रहा है।खासकर वह आश्रित सबसे ज्यादा परेशान हैं। जबकि मानवता के आधार पर अनुकंपा नियुक्ति में ऐसी शर्ते नहीं होना चाहिए। कई आश्रित तो ऐसे हैं जो अनुकंपा पाने की अब उम्मीद ही छोड़ चुके हैं। उन्होंने कहा है कि तत्काल अनुकंपा नियुक्ति मिलना चाहिए। क्योंकि सालों से प्रतीक्षा करते-करते आश्रितों की उम्र बढ़ रही है।

  • सरकार की घोषणा का नहीं हो रहा है पालन- पदम सिंह आंजना-
    संगठन के प्रदेश कोषाध्यक्ष पदम सिंह आंजना का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सचिव महासंघ की पंचायत बुलाकर घोषणा की गई थी कि इन्हें तत्काल अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी। इस घोषणा का विभाग में अभी तक पालन नहीं किया गया है। अब यह स्थिति यह है कि जो पंचायत सचिव दिवंगत हो गए हैं। उनके परिवारों में भारी आर्थिक संकट छाया हुआ है। आश्रित को उम्मीद थी कि अनुकंपा मिल जाएगी तो सब कुछ ठीक हो जाएगा। लेकिन इन आशाओं पर भी पानी फिर गया है।
  • अधिकारियों ने सरकार की एक भी घोषणा का नहीं किया पालन-सुरेंद्र शर्मा
    संगठन के शिवपुरी जिला अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि विभाग में पूर्व सरकार की एक भी घोषणा का पालन नहीं किया गया है। सरकार ने ही कहा था कि माह की एक अथवा 2 तारीख को पंचायत सचिवों के वेतन का भुगतान हो जाएगा। कई जिले ऐसे हैं। जहां पर पिछले दो महीने से वेतन नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा है कि चिकित्सा सहायता राशि और समय मां जैसी सुविधा के लिए भी भटकाया जा रहा है। विभाग में यह गंभीर समस्या बन गई है। जिस पर ध्यान देने की जरूरत है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *