भोपाल, 5 जुलाई, 2024: देश की प्रमुख गैर-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी, केप्री लोन्स वित्त-वर्ष 2025 के दौरान देश के 6 राज्यों में 70 माइक्रो-लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी (एलएपी) शाखाओं के शुभारंभ के साथ अपनी मौजूदगी के दायरे को बढ़ाने की तैयारी में है। विकास के लिए तैयार की गई इस रणनीति में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना सहित दक्षिणी भारत के क्षेत्रों के साथ-साथ मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान एवं उत्तर प्रदेश जैसे उत्तरी राज्यों को शामिल किया गया है।
इन सभी शाखाओं में ग्राहकों को बेहतरीन सेवाएँ उपलब्ध कराने के लिए कंपनी ने लगभग 550 कुशल कर्मचारियों को नियुक्त करने की योजना बनाई है। विस्तार की इस पहल के तहत, केप्री लोन्स ने हाल ही में भोपाल क्षेत्र में दो नई माइक्रो-एलएपी शाखाओं का उद्घाटन किया। कंपनी ने इस क्षेत्र में अपना रोज़गार करने वाले लोगों तथा व्यवसाय के मालिकों को प्रॉपर्टी पर सुरक्षित एवं छोटी रकम वाले लोन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ही इस पहल की शुरुआत की है। माइक्रो-एलएपी के लिए औसत टिकट का आकार 5 लाख रुपये है, जिसके लिए 60 महीने की औसत अवधि निर्धारित की गई है।
सुविधाजनक वित्तीय समाधानों के साथ, बेहद छोटे आकार के उद्यमों को 2 से 10 लाख रुपये तक के लोन की पेशकश की जाएगी। डिजिटल साधनों के उपयोग की वजह से कागजी कार्रवाई कम होगी और क्रेडिट अंडरराइटिंग बेहद आसान होगा, और इस तरह लोन की रकम के वितरण में लगने वाला समय सिर्फ सात दिन होगा। केप्री लोन्स इन प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देने के लिए बिलो-द-लाइन मार्केटिंग की रणनीति अपनाएगा, जिसका उद्देश्य बड़े पैमाने पर दर्शकों तक प्रभावी ढंग से पहुँचना है।
केप्री लोन्स के श्री खलील मोहम्मद (लीड– माइक्रो एलएपी) ने इस बात पर जोर देते हुए कहा, “भारत की आर्थिक प्रगति एवं विकास में MSMEs की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है, जो रोजगार, विनिर्माण, निर्यात को बढ़ावा देने के साथ-साथ इनोवेशन और उद्यमशीलता को भी प्रोत्साहन देते हैं। केप्री लोन्स में, हम MSMEs को सक्षम बनाने और समाज के कम सेवा प्राप्त वर्गों के लिए लोन को सुलभ बनाने के अपने संकल्प पर कायम हैं। हम अच्छी तरह समझते हैं कि, समाज के कमज़ोर वर्ग के व्यवसायों को किस तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। हमारी माइक्रो-एलएपी सुविधा उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जिनके पास आय का कोई दस्तावेज़ नहीं है और जो लोन पाने की कसौटी पर खरा उतरने के लिए संघर्ष करते हैं। हम उनके अरमानों को पूरा करने में मदद करने के लिए सुविधाजनक और जरूरतों के अनुरूप समाधान की पेशकश करना चाहते हैं, और इस तरह समुदाय को आगे बढ़ाने में सहयोग देना चाहते हैं।”