कांग्रेस द्वारा बर्बरतापूर्वक आपातकाल लगाए जाने के 50 वर्ष होने के अवसर पर गुरुनानक मंडल द्वारा आपातकाल के योद्धाओं मीसाबंदियों का शाल श्रीफल एंवन भारत माता का चित्र भेंट कर सम्मान किया गया। इस अवसर पर काले कपड़े पर काला दिवस लिख एवं काली पट्टी बांध कर हवा में काले गुब्बारे छोड़ कर काले दिवस का विरोध किया गया। मीसाबंदियों ने आपातकाल के दौर का स्मरण करते हुए बताया कि किस प्रकार कांग्रेस ने सत्ता के स्वार्थ व अहंकार में देश पर आपातकाल थोपकर विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र को हत्या कर दी गई। इस अवसर पर मीसाबंदी बिहारी लाल लोकवानी, गोविन्द डांडवानी, दिलीप शर्मा, दौलत भरानी, रामजीवन दुबे, मांगीलाल बाजपाई, गुरमुखदास लखमानी सहित 11 मिसाबंदी उपस्थित थे इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष राकेश कुकरेजा ने कहा आज ही के दिन 1975 में एक परिवार ने अपने हाथ से सत्ता निकलने के डर से जनता के अधिकारों को छीन व लोकतंत्र की हत्या कर देश पर आपातकाल थोपा था।अपने सत्ता-स्वार्थ के लिए लगाया गया आपातकाल, कांग्रेस की तानाशाही मानसिकता का प्रतीक और कभी न मिटने वाला कलंक है। उस कठिन समय में अनेक यातनाएँ सहकर लोकतंत्र को पुनर्जीवित करने के लिए लाखों लोगों ने संघर्ष किया। मैं उन सभी देशभक्तों को दिल से नमन करता हूँ।इस अवसर पर देवेंद्र भार्गव ने सभी देश भक्त मिसाबंदियों का धन्यवाद ज्ञापित किया, इस अवसर पर भगवानदास ढालिया,विष्णु राजपूत, राजा शर्मा, शारदाप्रसाद बम्मान, सुनील सराठे,मुकेश सोलंकी,अतुल घेघट,संदीप कल्याणे,मनीष मकोरिया,कैलाश हिरवे, राजकुमारी डागोर, संजय सेन, गोरधन अहिरवार, गोलू राय, जितेन्द्र ठकुरिया, निक्की ठाकुर, चंदू यादव, विनोद सलामे, विवेक तिवारी,नरेंद्र शुक्ला सहित युवा साथी उपस्थित थे