भोपाल,24 जून। सम्पूर्ण भारत में प्रसिद्ध बच्चों की बाल पत्रिका बाल किलकारी के बच्चों ने 2 दिवसीय भोपाल भ्रमण के अंतर्गत पहले दिन बाल साहित्य एवं बाल साहित्य शोध केंद्र में बाल पाठक एवं बाल साहित्यकार संवाद कार्यक्रम में भाग लिया। स्वागत उद्बोधन केंद्र के निदेशक वरिष्ठ बाल साहित्यकार महेश सक्सेना ने दिया। इस अवसर पर भोपाल के रचनाकारों में प्रेरणादायी कहानी नानी की सीख डॉ. रंजना शर्मा ने, नन्हा पौधा वृक्ष बन जाता है पर्यावरण से संबंधित कविता अनिता खरे ने पढ़ी, फ़ास्ट फ़ूड से बच करके फिट रहने की सीख देने वाली कविता अनिता सक्सेना ने प्रस्तुत की, कीर्ति श्रीवास्तव ने चंचल गिलहरी कहानी अभिनय शैली में कही, देशप्रेम से ओतप्रोत कविता वीर सिपाही राजकुमारी चौकसे ने सस्वर पाठ किया, भाषा में स्वर व्यंजन और उनका अर्थ बताने से संबंधित कहानी डॉ. रेणु शर्मा ने सुनाई, डॉ. विनीता राहुरिकर ने वर्षा पर रोचक तरीके से पढ़ी।कार्यक्रम में राजकुमारी चौकसे की 2 कविताओं का होर्डिंग लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम के अंतिम कड़ी में बिहार किलकारी के बच्चों ने संवाद के माध्यम से डॉ. प्रीति प्रवीण खरे, इंदिरा त्रिवेदी, सुधा दुबे, अरविंद शर्मा, हर्षित तिवारी से रूबरू हुए।