मुनि श्री 108 प्रमाण सागर जी महाराज द्वारा शंका समाधान और प्रवचनों के माध्यम से आम आदमी की शंकाओं का वैज्ञानिक तरीके से निवारण किया जाता है। उनकी वाणी श्रद्धालुओं के जीवन को सकारात्मक ऊर्जा से भर देती है और समस्त समस्याओं का समाधान कर देती है। शहर में इन दिनों धर्म सत्संग की बयार और श्रद्धालुओं के मुख मंडल पर साधु-संतों के दर्शनों का सौभाग्य प्राप्त करने से खुशी की लहर दौड़ रही है। जैन श्रद्धालु आचार्य श्री को ससंघ चातुर्मास हेतु श्रीफल भेंट कर रहे हैं और उनसे वर्षावास करने की प्रार्थनाएं कर रहे हैं। मंदिर कमेटी के अध्यक्ष श्री नरेंद्र टोंग्या जी ने बताया कि मुनि श्री 108 प्रमाण सागर जी महाराज भोपाल के समस्त जैन मंदिरों के दर्शन हेतु पद विहार कर रहे हैं इसी क्रम में श्री 1008 भगवान महावीर दिगंबर जैन मंदिर साकेत नगर को मुनि श्री की संघ सहित सहर्ष आगवानी करने का परम सौभाग्य प्राप्त हुआ। उल्लेखनीय है कि 1100 क़्वार्टर दिगंबर जैन मंदिर से साकेत नगर दिगंबर जैन मंदिर समिति द्वारा भव्य शोभयात्रा में गगनभेदी जयकारों और धर्मध्वजा के साथ भव्य आगवानी के बीच पद विहार करते हुए मुनि संघ के मंगल चरण साकेत नगर मंदिर जी में पड़े जहाँ मुनि संघ के पाद प्रक्षालन के बाद 1008 भगवान महावीर स्वामी जी के दर्शन के पश्चात् संपन्न धर्मसभा में विश्वप्रसिद्धि को प्राप्त कर चुका शंका समाधान के गरिमामयी कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसका जिनवाणी चैनल के माध्यम से लाइव टेलीकास्ट हुआ तथा हज़ारों श्रद्धालुओं ने घर बैठे हुए भी धर्मलाभ लिया। हेमलता जैन रचना ने बताया कि इस अवसर पर मंदिर समिति ने पुनः मुनि श्री से चातुरमास हेतु विनम्र आग्रह किया। पाठशाला के नन्हें बच्चों तथा आस्था महिला परिषद् साकेत नगर के साथ-साथ अनेक श्रद्धालुओं की जिज्ञासाओं का समाधान मुनि श्री द्वारा किया गया। इस अवसर पर न केवल भोपाल समाज बल्कि आसपास के क्षेत्र से भी जैन समाज सहित सभी वर्ग के लोगों ने न केवल दर्शन लाभ प्राप्त किया बल्कि शंका समाधान के दौरान अपनी जिज्ञासाओं को शांत करते हुए इस अदभुत पल के साक्षी भी बने। साकेत नगर में रात्रि विश्राम के पश्चात मुनि श्री के संघ का विहार अवधपुरी स्थित श्री विद्यासागर संस्थान की ओर हुआ जहाँ गुणायतन प्रणेता ,भावना योग प्रवर्तक शंका समाधान जनक मुनि 108 श्री प्रमाण सागर जी महाराज ससंघ की आहार चर्या भी निर्विघ्न संपन्न हुई।