पूर्णिमा रखने से शरीर के विकार दूर होते है – पूज्य भदन्त बानागल यू.तपस्सी
भोपाल मे बाणगंगा स्थित आम्रपाली बुध्द विहार में जेष्ठ पूर्णिमा के पावन अवसर पर महापरित्राण पाठ का आयोजन किया गया। इस आयोजन में मुख्य रूप से श्रीलंका महाबोधि सोसायटी सांची सेन्टर के पूज्य भदन्त बानागल यू. तपस्सी महाथेरो जी एवं पूज्य भदन्त श्रीरतन थेरो व्दारा महारित्राण पाठ किया गया तथा वहा उपस्थित उपासकों को धम्म देशना दी गई। धम्म देशना देते हुए पूज्य भदन्त तपस्सी जी ने कहा कि वर्ष मे प्रति माह एक पूर्णिमा तो आती है, हमे इन पूर्णिमा को रखकर आत्मसात करना चाहिए। इससे शरीर के विकार दूर हो जाते है तथा हम निरोगी और स्वस्थ्य बने रहेगे। साथ ही साथ मन सदैव प्रसन्न रहता है। हमारे मन मे दूसरे के प्रति उत्पन्न होनेवाली नकारात्मक सोच से राहत मिलती है, बल्कि मन मे दूसरे के प्रति करूणा, दया और दूसरो के प्रति सकारात्मक सोच का निर्माण होता है।
परित्राण पाठ के पूर्व आम्रपाली बुध्द के अध्यक्ष आयु सरदार, संयोजक सुभाष वानखेडे, आम्रपाली बुध्द विहार की महिला मंडल की अध्यक्ष संगीता वानखेडे ने सांची से पधारे पूज्य भदन्त बानागल यू. तपस्वी महाथेरो जी की आगवानी कर उनके मार्ग मे फूलो का वर्षावकर विहार मे लाया गया तथा पैर पखारकर उनका स्वागत किया गया।
परित्राण पाठ में दि बुध्दिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया के ट्रस्टी/राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मान इंजि.धम्मरतन सोमकुंवर, प्रदेश महासचिव चिंतामन पगारे, जिलाध्यक्ष मनोज माणिक, जिला महासचिव अशोक पाटिल, सचिव संजय पाटिल, अशोक वानखेडे, प्रबुद्ध महिला मंडल कोषाध्यक्ष अंजलि चवरे, अरहंत बुद्ध विहार की अध्यक्ष सोमकुंवर मेडम, के साथ बडी संख्या मे बाणगंगा श्रेत्र के बौध्द उपासक उपासिकाए उपस्थित थे।
अशोक पाटिल
जिला महासचिव
भोपाल