जबलपुर ,21 जून को समस्त विधुत कर्मियों के संगठन अभियंता संघ, पत्रोपाधि संघ, जनता यूनियन, कर्मचारी महा संघ ,पी ई ई ए आदि ने एक साथ आकर हजारों विधुत कर्मियों के साथ चिलचिलाती धूप में मिशन कंपाउंड विधुत कार्यालय से कलेक्टर कार्यालय तक पैदल रेली निकाल कर जबलपुर कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. जिसमें साफ संदेश दिया कि असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी हो एवं विधुत अधिकारियों पर दर्ज झूठी एफ.आई.आर. को निरस्त किया जाए ,अन्यथा समस्त विधुत कर्मी 22 जून जेल भरो आंदोलन कर कार्यबहिष्कार करेंगे, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन एवं प्रशासन की होगी. समस्त जिलों में भी विधुत कर्मियों द्वारा जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया.घटना 19/6 /2024 को उपभोक्ता चतुर्वेदी जी द्वारा बिजली बिल की शिकायत लेकर बिजली दफ्तर पहुंचे एवं वहा उपस्थित विधुत कर्मियों से बहुत ही अभद्रता करने लगे मौके पर कार्यपालन अभियंता इमरान खान ,चतुर्वेदी जी को समझा ही रहे थे कि इनके द्वारा फोन पर अतुल दानी एवं अन्य को बुला लिया गया तथा कार्यपालन अभियंता एवं अन्य अधिकारियों को बंधक बना लिया गया, इसके बाद मौके पर अधीक्षण अभियंता संजय अरोड़ा वहां पहुंच गए।जब समस्त अधिकारी कक्ष में चतुर्वेदी जी से बिल संबंधित चर्चा कर रहे थे, उसी समय अतुल दानी, पुष्पेंद्र सिंह 15- 20 लोगों के साथ कार्यपालन अभियंता के कमरे में घूस कर तोड़फोड़ कि कार्यपालन अभियंता की टेबल को पलट दिया एवं गाली गलौज,धक्का मुक्की, मारपीट कर अभद्रता की गई । पूरे ऑफिस की फाइलों को अस्त व्यस्त कर दिया गया था तथा इसका जीता जागता प्रमाण संलग्न वीडियो है। वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है की विधुत विभाग के जिला स्तर के अधिकारी तक उपद्रवियों से शांति व्यवस्था बना बनाए रखने हेतु अपील कर रहे थे। परंतु इसका असर उपद्रवियों के ऊपर नहीं पड़ा तथा कार्यालय को तहस-नहस करने पर उतारू थे। अतः विधुत अधिकारियों द्वारा नियमानुसार पुलिस कोतवाली में उपद्रवियों के विरूद एफ.आई.आर. दर्ज करवाई गई.परंतु अगले दिन दिनांक 20/06/24 को विधुत विभाग द्वारा, सरकार द्वारा बनाए गए नियमों के अनुसार कार्रवाई करने पर बौखलाए उपद्रवियों के द्वारा कोतवाली थाने में जमकर हंगामा किया गया तथा चक्का जाम कर मामले को तूल देते हुए जाति सूचक दिशा में मोड़ा गया । इसके तहत विधुत विभाग के अधिकारियों के ऊपर एससी एसटी एक्ट के अंतर्गत झूठी एफआईआर दर्ज करवाई गई जबकि 19 तारीख की घटनाक्रम वाले कमरे में दो अधिकारी स्वयं ही एससी- एसटी है उनके भी साथ अभद्रता इत्यादि की गई।परंतु इस बात पर विधुत कर्मियों के द्वारा तूल नहीं दिया गया। एफआईआर के लिए जिन अधिकारियों के नाम नेताओं के द्वारा लिए जा रहे हैं उसमें एससी एसटी के अधिकारी भी शामिल हैं। यह सब पूरा घटनाक्रम से यह स्पष्ट है कि पुष्पेंद्र सिंह एवं अन्य नेताओं ओर उपद्रवियों के द्वारा विधुत चोरी की करतुत एवं राशि जमा ना करने के लिए विजयनगर कार्यालय में उपद्रव किया एवं थाने का घेराव किया.इस घटना से प्रत्येक विधुत कर्मी स्तब्ध एवं डरा हुआ है, यदि विधुत कर्मियों के विरुद्ध झूठी एफ.आई.आर. निरस्त नहीं की जाती है तो समस्त विधुत कर्मी जेल भरो आंदोलन के साथ कार्यबहिष्कार करेगा.