दमोह रे लवे स्टेशन पर शनिवार सुबह 6 बजे एक अज्ञात आरोपी ने मां की गोद में सो रहे ढाई महीने के बच्चे के साथ मारपीट कर उसकी हत्या कर दी। आरोपी ने मां और पिता के साथ भी मारपीट की और फिर फरार हो गया। दंपति ने जीआरपी पुलिस से मदद मांगी, उसके बाद चौकी पहुंचकर केस दर्ज कराया।
जानकारी के अनुसार दमोह के मडियादो थाना के घोघरा गांव में रहने वाला 21 साल का लेखराम आदिवासी दिल्ली में मजदूरी करता है। शनिवार सुबह वह गोंडवाना एक्सप्रेस से अपनी पत्नी रामसखी और ढाई माह के बच्चे शिवम के साथ दमोह रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक 2 पर उतरा था। बच्चे का स्वास्थ्य खराब होने के कारण वह उसे दमोह में ही डॉक्टर को दिखाना चाह रहा था। इसके लिए वह दिन निकलने का इंतजार करने लगा और प्लेटफार्म क्रमांक एक पर अपनी पत्नी व बच्चे के साथ बैठ गया। कुछ देर बाद वह अपने भाई से कॉल पर बात कर उसे दमोह आने की जानकारी दे रहा था। इसी दौरान काले कलर का कुर्ता और भगवा कलर की धोती पहने एक अज्ञात आरोपी आया और उसने मां की गोद में सो रहे बच्चे को लेकर मारपीट शुरू कर दी। साथ ही बच्चे की मां को भी पीटना शुरू कर दिया। लेखराम बीच बचाव करने पहुंचा तो आरोपी ने उसके साथ भी मारपीट की और वहां से फरार हो गया। मारपीट से बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई।
पिता लेखराम ने आरोप लगाया कि जिस समय आरोपी मारपीट कर रहा था, उस दौरान उसने जीआरपी के पुलिसकर्मी से उन्होंने मदद मांगी, लेकिन पुलिस कर्मी ने उसे ही गालियां देकर भगा दिया। थोड़ी देर में स्थानीय लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई और डायल हंड्रेड पुलिस को सूचना देने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद पीड़ित जीआरपी चौकी पहुंचा और शिकायत दर्ज कराई।
जीआरपी चौकी प्रभारी महेश कोरी ने बताया कि लेखराम आदिवासी अपनी पत्नी के साथ शनिवार सुबह दिल्ली से गोंडवाना एक्सप्रेस के जरिए दमोह स्टेशन पर उतरा था। उसके बेटे की तबीयत खराब थी, वह लोग अपने बच्चे के साथ प्लेटफार्म क्रमांक एक पर बैठे थे। इस दौरान एक अज्ञात आरोपी ने बच्चे और मां और लेखराम के साथ मारपीट कर दी, जिसमें बच्चे की मौत हो गई है। मामला दर्ज कर जांच में लिया गया है। पीड़ित ने एक पुलिसकर्मी पर अभद्रता करने का आरोप लगाया है, उसकी जांच भी की जा रही है। दोषी पाए जाने पर आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
दो पुलिस चौकी के बीच हुई घटना
दमोह रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक एक पर जीआरपी और आरपीएफ पुलिस चौकी है। इन दोनों के बीच में एक मासूम की हत्या उसके माता, पिता के सामने कर दी गई। इससे दमोह रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं।