भोपाल, 07 जून, 2024मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुये कहा कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) एक तानाशाही और घोटालाबाज संस्थान है और इस संस्थान ने व्यापमं से भी बड़ा घोटाला किया है। ये संस्थान देश के 50 लाख युवाओं के भविष्य को अपनी सरकार की तरह ही तानाशाही से खोखला कर रही है। नीट के पेपर में सालों से गड़बड़ी चल रही हैं।श्री नायक ने कहा कि वर्ष 2024 में हुये नीट के पेपर घोटाले के पक्के एवं पुख्ता सबूत हमारे पास उपलबध हैं। जिसमें दो बच्चों के 719 और 718 नंबर आये हैं जो कि इस मार्किंग स्कीम से असम्भव हैं। बच्चों को बेतहाशा ग्रेस मार्क्स बिना किसी कोर्ट के इस पेपर से संबंधित ऑर्डर बांटे गए हैं। एनटीए अगर मशीन से चेक हुये पेपर के बाद किसी के भी इस तरह से नंबर बढ़ा सकती है तो इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि एनटीए द्वारा कितने साल से व्यापमं से बड़ा यह घोटाला चल रहा था और कितनी परीक्षाओं में इसका असर था यह बच्चों के भविष्य को लेकर बड़ा गंभीर विषय है।
श्री नायक ने कहा कि इन घोटालों से न जाने कितने बच्चे तनाव से पीड़ित होकर अपना भविष्य बर्बाद करने पर मजबूर हो जाते हैं। इतना ही नहीं कुछ बच्चे तो इस कारण आत्महत्या करने जैसा कदम उठा लेते हैं। इस वर्ष हुई नीट की परीक्षा में खराब परीक्षा परिणाम आने से मध्य प्रदेश के रीवा जिले की एक छात्रा बागीशा तिवारी ने हाल ही में कोटा में आत्महत्या जैसा कदम उठाया है।
श्री नायक ने कहा कि इसी तरह सवाई माधोपुर में इंग्लिस की जगह हिंदी मीडियम का पेपर मिला और पेपर लीक हो गया, बावज़ूद इसके दूसरी भाषा का पेपर देकर शाम को परीक्षा संपन्न करा ली गई। इतना ही नहीं बिहार में एक सॉल्वर गैंग गिरफ्तार हुआ जिसने एक दिन पहले बच्चों से 30-50 लाख रुपये लेकर उन्हें पेपर रटवाकर अगले दिन परीक्षा देने के लिए भेजा।
श्री नायक ने कहा कि एनटीए संस्था द्वारा करायी जाने वाली नीट की परीक्षाओं म नीट में बैठने वाले बच्चों, डॉक्टर बनने का सपना देखने वाले बच्चों, उनके परिवार वालों के साथ विश्वासघात हुआ है, जिसकेे लिए हम सरकार से मांगे करते हैं कि:-
- नीट की हुई सभी परीक्षाएं रद्द की कराकर फिर से करायी जाऐं। जैसा कि 2015 में एआईपीएमटी के समय हुआ था। ताकि बच्चे तनाव में आकर कोई गलत कदम उठाने के लिए विवश न हों।
- एनटीए जब से नीट की परीक्षा करवा रही है सुरक्षा कम और मनमानियां ज्यादा चला रही है, इसलिए 2019 से 2024 तक हुई नीट की सभी परीक्षाओं की सीबीआई जांच करायी जाये।
- एनटीए द्वारा वर्ष 2024 में जितनी भी परीक्षाएँ आयोजित हुई हैं, चाहे वो ऑफलाइन हुई हों अथवा ऑनलाइन, उनमें शिकायतें मिलने पर सीबीआई करायी जाये।