अखिल भारतीय ग्राहक पञ्चायत की भोपाल इकाई को निजी विद्यालयों द्वारा प्रकाशकों से सांठगांठ करके खुलेआम विद्यार्थियों और अभिभावकों के शोषण की शिकायतें प्राप्त हुई है ।
विद्यालयों द्वारा अभिभावकों को नियम विरुद्ध रूप से, NCERT की पुस्तकों के स्थान पर निजी प्रकाशकों की पुस्तकें क्रय करने के लिए बाध्य किया जा रहा है, जिसके कारण अभिभावकों को छोटी-छोटी कक्षाओं के बच्चों के कोर्स हजारों रुपयों में क्रय करना पड़ रहे हैं।
विद्यालयों द्वारा अभिभावकों को अधिक संख्या में पुस्तकें क्रय करने के लिए वाध्य किया जा रहा है, जिसके कारण छोटे-छोटे विद्यार्थियों के बस्तों का वजन शासन द्वारा निर्धारित वजन से बहुत अधिक हो गया है। इसके कारण अभिभावकों के मानसिक एवं आर्थिक शोषण के साथ-साथ बच्चों का मानसिक और शारीरिक शोषण हो रहा है और बच्चों का मानसिक व शारीरिक विकास बाधित हो रहा है। शिक्षा विभाग द्वारा इस सम्बन्ध में जाँच दल बनाये हैं जो खानापूर्ति साबित हो रहे हैं।
अतः अ.भा.ग्राहक पञ्चायत की भोपाल इकाई ने अपर जिला कलेक्टर को इस सबसे अवगत कराते हुए ज्ञापन सौंपा है और माँग की है कि विद्यालयों द्वारा किये जा रहे इस शोषण को रोकने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा बनाये गये जाँच दलों में ग्राहक पञ्चायत के कार्यकर्ताओं को सम्मिलित किया जाये, जिससे कि विद्यालयों द्वारा किये जा रहे इस शोषण की सच्चाई सामने आने से इस शोषण को रोका जा सके । प्रतिनिधि मंडल में निलेश श्रीवास्तव,सुरेंद्र रघुवंशी,राहुल बंसल,निखिल वर्मा,माधव कुमार आदि सम्मिलित रहे।