पुलिस चौकी के सामने बने स्कूल से पांच लाख रुपये की किताबें चोरी, बिना पुस्तकों के कैसे पढ़ेंगे बच्चे

दमोह जिले के शासकीय हिरदेपुर हाईस्कूल से पांच लाख रुपये कीमत की 10 हजार किताबें अज्ञात चोरों ने पार कर दी। खास बात ये है कि स्कूल थाने के ठीक सामने है फिर चोरों ने इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दे दिया और पुलिस को भनक तक नहीं लगी।

दमोह में देहात थाना की सागर नाका पुलिस चौकी के सामने शासकीय हिरदेपुर हाईस्कूल में तीन कमरों में भरी 10 हजार किताबों को अज्ञात चोर चुराकर ले गए। इस घटना के बाद हड़कंप मच गया। आनन-फानन में शिक्षकों ने स्कूल के सामने पुलिस चौकी पहुंचकर चोरी की शिकायत की, लेकिन बदनामी से बचने के लिए पुलिस ने चोरी की रिपोर्ट ही नहीं लिखी। जिसके बाद शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट व एसपी ऑफिस पहुंचकर चोरी का आवेदन दिय

हिरदेपुर संकुल केंद्र हाईस्कूल के अंतर्गत 50 सरकारी प्राइमरी व मिडिल स्कूल आते हैं। इन स्कूलों के बच्चों को बांटने के लिए मप्र पाठ्य पुस्तक निगम द्वारा 10 हजार से अधिक पुस्तकें भेजी गई थीं। जिन्हें स्कूल के तीन कमरों में रखवा दिया गया था। यहां से पुस्तकों को बीआरसी द्वारा वाहन के माध्यम से सभी स्कूलों में भेजा जाना था, लेकिन स्कूल खुलने के एक माह बाद भी इन पुस्तकों को स्कूलों में नहीं भेजा गया। स्कूल में रखी पुस्तकों की भनक लगते ही मंगलवार की रात अज्ञात चोरों ने स्कूल में धावा बोला और तीनों कमरों के ताले तोड़कर पूरी पुस्तकें किसी वाहन में भरकर ले गए। इसके अलावा हाईस्कूल के बच्चों की पुस्तकें एवं बैटरी ले गए। हैरानी की बात तो यह है कि अज्ञात चोरों ने स्कूल के जो ताले तोड़े थे, चोरी करने के बाद दरवाजों में दूसरे नए ताले डालकर चले गए, ताकि किसी को पता न चले। वहीं, एक कमरे के ताले में चाबी लगी छोड़ गए। बुधवार को कुछ बच्चे वहां खेल रहे थे तो ताले में लगी चाबी देखकर शिक्षकों को जानकारी दी। इसके बाद जब शिक्षकों ने वहां लगा ताला खोला तो कमरों में रखी पुस्तके गायब थीं

हिरदेपुर हाईस्कूल सागर नाका पुलिस चौकी के ठीक सामने है, लेकिन पुलिस को चोरी की भनक भी नहीं लगी। शिक्षिका मनीषा दीक्षित, प्रदीप अग्रवाल, माधव ठाकुर ने बताया कि जब हम लोग पुलिस चौकी रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे तो पुलिस ने कहा कि यहां कोई रिपोर्ट नहीं लिखी जाएगी और वापस भेज दिया। शिक्षकों का आरोप है कि चौकी के सामने 10 हजार से अधिक पुस्तकें चोरी हो गईं और पुलिस अपनी नाकामी छिपाने के लिए रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रही है। इसके बाद समस्त शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर आवेदन दिया।

स्कूल में रखी 50 से अधिक सरकारी स्कूलों के बच्चों की पुस्तकें चोरी हो गई हैं। जिनकी कीमत करीब पांच लाख रुपये बताई जा रही है। सवाल यह है कि अब बच्चों को पुस्तकें कैसे मिलेंगी। सागर नाका चौकी प्रभारी गरिमा मिश्रा का कहना है की मामला दर्ज कर अज्ञात चोरों की तलाश की जा रही है।

news reporter raju markam 9301309374

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