कांग्रेस की आदिवासी स्वाभिमान यात्रा 17 जिलों के 36 विधानसभा क्षेत्रों से निकलेगी। यात्रा का नेतृत्व युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया और कांग्रेस अनुसूचित जनजाति विभाग के अध्यक्ष रामू टेकाम करेंगे।
युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया
मध्य प्रदेश में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव है। इससे पहले प्रदेश की सत्ता बिगाड़ने और बनाने में अहम आदिवासी वोटरों को साधने के लिए कांग्रेस स्वाभिमान यात्रा निकालने जा रही है। इसकी शुरुआत सीधी जिले से होगी। 19 जुलाई को प्रारंभ होने वाली यात्रा का समापन झाबुआ में सात अगस्त को होगा।
कांग्रेस की आदिवासी स्वाभिमान यात्रा 17 जिलों के 36 विधानसभा क्षेत्रों से निकलेगी। यात्रा का नेतृत्व युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया और कांग्रेस अनुसूचित जनजाति विभाग के अध्यक्ष रामू टेकाम करेंगे। इस यात्रा में कांग्रेस नेता समाज के लोगों को सीधी पेशाब कांड का वीडियो दिखाएंगे। उन्हें सीधी समेत आदिवासियों पर प्रदेश में हो रहे अत्याचारों के बारे में बताएंगे। यात्रा का एक दिन 30 जुलाई को हॉल्ट रहेगा। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही आदिवासी वोटरों को साधने में जुटे हुए है। विक्रांत भूरिया ने कहा कि आदिवासियों पर अत्याचार अब आम घटना की तरह रह गया है। उन्होंने सीधी की घटना, इंदौर में दो आदिवासी भाइयों को कमरे में बंद करके बेरहमी से पीटने की घटना का हवाला देकर कहा कि दबंगों के हौंसले इतने बुलंद हैं एक तरफ अत्याचार कर रहे हैं तो उसका वीडियो भी खुद ही बना रहे हैं।
भूरिया ने कहा कि कुछ महीनों पहले ही महू में पुलिस की गोली से आदिवासी युवक ने अपनी जान गंवाई थी। प्रदेश सरकार के सामने आदिवासियों पर अत्याचार बढ़ रहे है। अब कांग्रेस ने तय किया है कि अब वह सड़क पर उतरकर प्रदेशभर के आदिवासी भाई-बहनों के बीच जाएगी। उन्हें इस बात से पुनः अवगत कराया जाएगा कि यह वही सरकार है जो आपको आदिवासी मानने से इनकार करती है और आपको वनवासी होने का तमगा देना चाहती है। यह वही सरकार है जो लगातार आदिवासी हितों के लिए बनाए गए ‘‘पेसा’’ कानून को कमजोर करने का प्रयत्न कर रही है।
आदिवासी स्वाभिमान यात्रा का शुभारंभ सीधी से होगा। इसके बाद यात्रा धौहनी, ब्यौहरी, मानपुर, जयसिंघनगर, जैतपुर, अनूपपुर, पुष्पराजगंज, डिंडोरी, शाहपुर, निवास, मंडला, बिछिया, बैहारी, परसवाड़ा, बरघाट, लखनादौन, अमरवाड़ा, जुन्नारदेव, घोड़ाडोंगरी, टिमरनी, हरसूद, पंधाना, नेपानगर, भिकनगांव, भगवानपुर, सेंधवा, पानसेमल, बड़वानी, कुक्षी, मनावर, धरमपुरी, गंधवानी, जोबट के साथ यात्रा का झाबुआ में समापन होगा।