धार्मिक नगरी उज्जैन में महाकाल लोक निर्माण के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा हुआ है। यही कारण है कि श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ते ही अब यहां तिलक लगाने और धागा बांधने वाले लोगों की भरमार हो चुकी है। जो कि श्रद्धालुओं को देखते ही उनके पीछे तब तक पड़े रहते हैं, जब तक की श्रद्धालु तिलक लगाने और नाड़ा बांधने के नाम पर उन्हें कुछ रुपया न दे दे।
दो पक्षों में जमकर चले लात-घूंसे
धार्मिक नगरी उज्जैन अब तिलक लगाने और नाड़ा बांधने वाले लोगों के कारण भी शर्मसार होने लगी है। क्योंकि ये लोग न तो वेशभूषा में नजर आते हैं और न ही इनका व्यवहार कुछ ठीक रहता है। सोशल मीडिया पर तिलक लगाने और नाड़ा बांधने वाले लोगों के बीच हुए विवाद का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें ये लोग एक दसरे के साथ मारपीट करते नजर आ रहे हैं।
वायरल वीडियो रामघाट क्षेत्र का बताया जा रहा है, जिसमें तिलक लगाने की बात को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। उसके बाद जमकर मारपीट हुई और बात गाली-गलौच तक पहुंच गई। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
ऐसा नहीं है कि तिलक लगाने और सड़क पर खड़ा होकर श्रद्धालुओं को नाड़ा बांधने वालों के विवाद की शिकायत पुलिस तक नहीं पहुंचती। थाने में इस प्रकार के विवाद की कई शिकायतें पहुंची हैं और कुछ मामलों में तो प्रकरण भी दर्ज हुए। लेकिन ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस भी कार्रवाई करने से बचती नजर आती है, जिसका ही परिणाम है कि ये लोग तिलक लगाने के बाद श्रद्धालुओं का तब तक पीछा नहीं छोड़ते, जब तक कि इनसे रुपये न मिल जाए।
महाकाल मंदिर और महाकाल लोक के बाहर श्रद्धालुओं को तिलक लगाने वाले लोग सबसे ज्यादा नाबालिग हैं। जो कि तिलक लगाने के लिए श्रद्धालुओं के पीछे ही पड़ जाते हैं। वैसे तो तिलक लगाने का काम पंडे पुजारियों का होता है, लेकिन महाकाल मंदिर और महाकाल लोक के बाहर जो लोग श्रद्धालुओं को तिलक लगाते हैं, उनके कपड़े और हुलिया इतना खराब होता है कि श्रद्धालु इनसे तिलक लगवाना ही नहीं चाहते।