लखनऊ की एक कोर्ट में गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा (Sanjeev Maheshwari Jeeva) की हत्या की जांच के लिए गठित की गई तीन सदस्यीय स्पेशल इन्वेस्टिगेशन कमेटी (SIT) विस्तारित समय सीमा खत्म होने के बाद भी अपनी रिपोर्ट सबमिट करने में नाकामयाब रही. एक सीनियर पुलिस अफसर ने कहा कि एसआईटी ने जांच पूरी कर ली है, पर ये निश्चित नहीं है कि रिपोर्ट कब सौंपी जाएगी. पुलिस अधिकारी ने कहा कि जीवा को लखनऊ जिला जेल से कोर्ट तक लाने के लिए तैनात पुलिसकर्मियों और कोर्ट की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैनात कुछ अन्य पुलिसकर्मियों के स्टेटमेंट दर्ज करने का प्रोसेस पहले ही हो चुका है.
बता दें कि बीते 7 जून को, उत्तर प्रदेश सरकार ने एडिशनल डीजीपी (तकनीकी) मोहित अग्रवाल की अध्यक्षता में एक एसआईटी का गठन किया था. इसमें लखनऊ के जॉइंट पुलिस कमिश्नर (क्राइम) नीलाब्जा चौधरी और आईजी (अयोध्या रेंज) प्रवीण कुमार भी शामिल थे.
जान लें कि एसआईटी टीम को शुरुआत में अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए 14 जून तक का वक्त दिया गया था, पर बाद में समय सीमा 2 सप्ताह तक बढ़ा दी गई थी. एसआईटी ने ओल्ड हाईकोर्ट बिल्डिंग में एससी/एसटी अदालत के अंदर क्राइम स्पॉट का भी दौरा किया था, जो अब लखनऊ जिला और सेशन कोर्ट परिसर का हिस्सा है.
गौरतलब है कि गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा की 26 साल के विजय यादव ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. आरोपी वकील के भेष में कोर्ट में दाखिल हुआ था. गोलीबारी में दो हेड कांस्टेबल और एक 18 महीने की बच्ची भी घायल हो गई थी. कुछ ऐसी ही प्रयागराज में पुलिस की कस्टडी में माफिया अतीक अहमद की हत्या हुई थी और प्रशासन पर सवाल उठे थे.
news reporter raju markam 9301309374