School Teacher: यह मामला जैसे ही सामने आया, हड़कंप मच गया. बच्चों के माता-पिता ने भी इस पर कड़ा ऐतराज जताया है. मामला सामने आने के बाद बच्चे भी काफी डरे हुए हैं. उधर टीचर ने अपनी सफाई में यह कहा कि उन्होंने यौन शिक्षा के तहत इस असाइनमेंट को करने के लिए कहा है.
Reported by SACHIN RAI, Dy. Editor, 8982355810
Essay For Student: पूरी दुनिया में यौन शिक्षा को लेकर कई तरह की बहस होती रहती है. हालांकि तमाम देशों में इसको लेकर पहल भी शुरू हो रही है. इसी बीच एक अमेरिकी स्कूल से बेहद अजीबोगरीब घटना सामने आई है जब एक स्कूल टीचर ने बच्चों को उनके ‘यौन कल्पनाओं’ पर निबंध लिखने के लिए कहा. लेकिन जब बच्चे घर पहुंचे और इस बारे में अपने माता-पिता को बताया तो बवाल हो गया है. यह मामला स्कूल प्रशासन तक पहुंच गया.
उनकी ‘यौन फैंटेसी’ के बारे में
दरअसल, यह घटना अमेरिका के ओरेगन स्थित एक स्कूल की है. डेली स्टार की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस स्कूल के शिक्षक ने छात्रों से उनकी ‘यौन फैंटेसी’ के बारे में लिखने को कहा. उन्होंने बच्चों से यह भी कहा कि उनकी यौन कल्पनाएं क्या हैं, इसी के बारे में लिखकर लाना है. रिपोर्ट के मुताबिक इस स्कूल का नाम चर्चिल हाई स्कूल है. इस स्कूल में स्वास्थ्य विभाग के छात्रों को उसी विभाग के टीचर ने यह असाइनमेंट पूरा करने का काम दिया. बाय हगया कि इस शिक्षक का नाम किर्क मिलर है.
माता-पिता को भी बता दिया
उन्होंने खुद बच्चों को यह असाइनमेंट सौंपा है. टीचर ने क्लास में कहा कि यह असाइनमेंट सभी बच्चों के लिए है. इसके बाद इस असाइनमेंट पर बच्चों ने काम भी शुरू किया और जब घर पहुंचे तो उनमें से कई बच्चों ने इस बारे में अपने माता-पिता को भी बता दिया. इसके बाद तो फिर बवाल मच गया. इतना ही नहीं कुछ ने असाइनमेंट की तस्वीर ऑनलाइन शेयर कर दी और कई माता-पिता ने असाइनमेंट देने के लिए स्कूल टीचर और स्कूल दोनों की जमकर आलोचना कर दी.
बच्चे से पूछने का अधिकार नहीं?
एक गार्जियन ने इस पर कहा कि टीचर ने उसकी ‘यौन कल्पनाएं’ लिखने के लिए कहा है, इस बात पर अगर गुस्सा ना किया जाए तो क्या किया जाए. इस मामले को लेकर उस शख्स ने धमकी भी दी कि टीचर पर कार्रवाई नहीं की गई तो मामले को पुलिस के पास ले जाऊंगा. उन्होंने कहा कि किसी भी शिक्षक को किसी बच्चे से यह पूछने का कोई अधिकार नहीं है.
बवाल स्कूल प्रशासन तक पहुंच गया
फिलहाल इस मामले क्लो लेकर मचा बवाल स्कूल प्रशासन तक पहुंच गया है. मामले के बाच स्कूल की प्रधानाध्यापिका मिस्सी कोल ने अभिभावकों को एक पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने कहा कि कक्षा के पाठ्यक्रम से इस असाइनमेंट हटा दिया गया है और आगे से यह छात्रों के ग्रेड का हिस्सा नहीं होगा.