Shilpa Agnihotri Instagram: ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ सीरियल में ‘गंगा ‘के किरदार से मशहूर हुईं शिल्पा अग्निहोत्री (Shilpa Agnihotri) ने 23 सालों के बाद अपना दुख शेयर किया है. एक्ट्रेस ने बताया कैसे स्टारडम मिलने के बाद वह ट्रोल की जाती थीं.
Reported by SACHIN RAI, Dy. Editor, 8982355810
Shilpa Agnihotri Trolling: टीवी के मोस्ट पॉपुलर सीरियल ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ सीरियल में संस्कारी बहू ‘गंगा’ का किरदार निभाने वालीं शिल्पा अग्निहोत्री (Shilpa Agnihotri) ने कई सालों तक टेलीविजन इंडस्ट्री में अपना जलवा दिखाया है. शिल्पा अग्निहोत्री (Shilpa Agnihotri Tv Shows) को ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ से रातोंरात पॉपुलैरिटी हासिल हुई थी. शिल्पा अग्निहोत्री (Shilpa Agnihotri Instagram) अब टीवी स्क्रीन से दूर सोशल मीडिया पर अपने व्लॉग्स को लेकर पॉपुलर हैं. हाल ही में एक्ट्रेस ने अपने एक व्लॉग में बताया कि कैसे स्टारडम मिलने के बाद कैसे उन्होंने गालियां खाई हैं.
स्टारडम के बाद शिल्पा को मिली ट्रोलिंग!
शिल्पा अग्निहोत्री (Shilpa Agnihotri Daughter) ने अपने लेटेस्ट व्लॉग में बताया ‘एक टुकड़ा चांद का’ सीरियल खत्म होने के बाद उन्हें बालाजी से ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के लिए कॉल आया. फोन के बाद वह एकता कपूर (Ekta Kapoor) से मिलीं. एकता ने उन्हें किरदार जैसे ही समझाया वह तुरंत गंगा बनने के लिए तैयार हो गईं. वहीं जैसे ही सीरियल में उनके किरदार का पहला एपिसोड टेलीकास्ट हुआ, वैसे ही एक्ट्रेस पॉपुलर हो गईं.
शिल्पा (Shilpa Agnihotri Tv Serial) ने अपने व्लॉग में बताया ‘वह कहीं भी जातीं तो उन्हें लोग पहचानने लगे. कोई भी ऐसा नहीं था, जो उन्हें नहीं पहचानता.’ एक्ट्रेस ने कहा, ‘रातोंरात स्टारडम मिलने के साथ उन्हें गालियां भी पड़ी हैं.’ ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि सीरियल में ‘गंगा’ का किरदार एक संस्कारी बहू का था वहीं शिल्पा रियल लाइफ में खूब ग्लैमरस थीं. ऐसे में एक्ट्रेस का बोल्ड अंदाज लोगों को पसंद नहीं आ रहा था.
आंटिया डांटती थीं…!
शिल्पा (Shilpa Agnihotri Husband) ने बताया, ‘शो के बाद लोग उन्हें पहचान रहे थे, उन्हें गालियां भी काफी मिलीं, आंटी उन्हें देखकर कहतीं, अरे ये क्या पहन लिया? तुम गंगा हो. एक्ट्रेस ने कहा, वह उन्हें समझाना चाहती थीं कि वह असल जिंदगी में शिल्पा हैं. यह एक बड़ी दिक्कत थी. आंटियां उन्हें डांटती थीं, तुम ऐसे कपड़े पहनकर मत घूमो, तुम गंगा हो…’