Shatrughan Sinha: शत्रुघ्न सिन्हा का डायलॉग ‘खामोश’ किसी को भी चुप कर देने के लिए काफी है. परंतु करियर के शुरुआती दिनों में उनका यह रौब नहीं था. तब कई बार हुआ कि दूसरों से नाराज होने के बावजूद खुद उन्हें खामोश रहना पड़ा. ऐसी ही खामोश में एक बार उन्होंने जो कसम खाई, उसे फिर जिंदगी भर निभाया.
Reported by SACHIN RAI, Dy. Editor, 8982355810
Shatrughan Sinha Fims: बिहारी बाबू के नाम से फिल्म इंडस्ट्री में प्रसिद्ध शत्रुघ्न सिन्हा अपने अंदाज और आवाज के लिए भले ही फैन्स में खूब लोकप्रिय रहे हैं, मगर बॉलीवुड में अपनी लेट लतीफी की वजह से वह बड़े बदनाम रहे हैं. खुद महानायक अमिताभ बच्चन तक टीवी पर बता चुके हैं कि शत्रुघ्न सिन्हा के साथ काम करने की सबसे बड़ी मुश्किल क्या है. वह कह चुके हैं कि हम तो हमेशा सैट पर टाइम से पहुंचते थे और इंतजार करते रहते थे कि ये कब आएंगे. लंच टाइम या उसके बाद शत्रुघ्न सिन्हा पहुंचा करते थे. लेकिन शत्रुघ्न सिन्हा हमेशा से ऐसे नहीं थे. उन्होंने अभिनय की पढ़ाई की थी और बहुत गंभीरता से फिल्मों में काम शुरू किया था.
एक्ट्रेस से बात बंद
देव आनंद की फिल्म प्रेम पुजारी में शत्रुघ्न सिन्हा को पहला ब्रेक मिला था परंतु उनकी रिलीज होने वाली पहली फिल्म साजन (1969) थी. फिल्म में मनोज कुमार और आशा पारेख लीड रोल में थे. शत्रुघ्न सिन्हा का साजन में छोटा-सा रोल था. इस फिल्म की शूटिंग के दौरान आशा पारेख और शत्रुघ्न सिन्हा के बीच कुछ ऐसी गलतफहमी हो गई कि बिहारी बाबू ने एक्ट्रेस से बातचीत बंद कर दी. आखिर 1973 में फिर बातचीत शुरू हुई और दोनों की दोस्ती आज भी कायम है. मगर इस फिल्म के सैट पर एक ऐसी बात हुई, जिसने शत्रुघ्न सिन्हा को हमेशा के लिए घड़ी का दुश्मन बना दिया.
कुछ कह नहीं पाते
हुआ यह कि शत्रुघ्न सिन्हा नए थे, काम के प्रति पूरी तरह समर्पित थे. साजन का निर्देशन मोहन सहगल कर रहे थे. शूटिंग का समय सुबह सात बजे रहा करता था. शत्रुघ्न सिन्हा हर दिन बिल्कुल समय से सुबह सात बजे स्टूडियो में सैट पर पहुंचते थे. लेकिन फिल्म के सीनियर सितारों का कोई अता-पता नहीं रहता. वे दोपहर में बारह बजे तक आते. शत्रुघ्न कुछ कह नहीं पाते. कुछ कर नहीं पाते. शत्रुघ्न सिन्हा की यह बेबसी देखकर वहां का चौकीदार उन पर हंसता था. इससे नाराज होकर एक दिन शत्रुघ्न सिन्हा ने कसम खा ली कि जब वह स्टार बन जाएंगे, तो कभी अपनी फिल्म के सैट पर समय से नहीं पहुंचेंगे. चाहे जो उनके साथ काम कर रहा हो, उसे इंतजार कराएंगे. जब तक शत्रुघ्न फिल्मों में काम करते रहे, उन्होंने अपनी यह कसम निभाई.