IND vs AUS: टेस्ट सीरीज के बीच रवि शास्त्री ने टीम पर लगाया गंभीर आरोप, कहा- अनुशासन की कमी थी

IND vs AUS 3rd Test: भारत के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बीच बड़ा बयान दिया है. उन्होंने टीम के खराब खेल के पीछे की कई बड़ी वजह बताई हैं. 

Reported By Dy. Editor, SACHIN RAI, 8982355810

IND vs AUS: टेस्ट सीरीज के बीच रवि शास्त्री ने टीम पर लगाया गंभीर आरोप, कहा- अनुशासन की कमी थी

IND vs AUS 3rd Test Match: भारत के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री का मानना है कि अनुशासन की कमी ने ऑस्ट्रेलिया को भारत के खिलाफ चल रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में निराश किया है. उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को सलाह दी कि वे बुनियादी बातों पर वापस जाएं और टेस्ट सीरीज में वापसी करने के प्रयास में अधिक धैर्य के साथ खेलें. भारत में पहले दो टेस्ट मैचों के दौरान भारत के गेंदबाजी आक्रमण ने ऑस्ट्रेलिया के विश्व स्तरीय बल्लेबाजी लाइन-अप को पछाड़ दिया है और 1 मार्च से इंदौर में शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट से पहले पैट कमिंस की टीम 2-0 से पिछड़ गई है. 

रवि शास्त्री ने दिया ये बड़ा बयान 

द आईसीसी रिव्यू के नवीनतम एपिसोड में, रवि शास्त्री (Ravi Shastri) से पूछा गया कि ऑस्ट्रेलिया के लिए अब तक कहां गलतियां हुई हैं. रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने कहा, ‘मुझे लगता है कि प्लानिंग ने (उन्हें नीचा दिखाया है) किसी भी चीज से ज्यादा. अपने बचाव में विश्वास की कमी. प्लानिंग की कमी और अनुशासन की कमी अवास्तविक थी और ऑस्ट्रेलिया ने इसके लिए बड़ी कीमत चुकाई.’

ऑस्ट्रेलियाई टीम को दी अहम सलाह

शास्त्री का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को अब तक अपने पतन को साबित करने वाले आक्रामक दृष्टिकोण का उपयोग करने के बजाय शेष टेस्ट मैचों के दौरान क्रीज पर टिकना चाहिए. रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने कहा, ‘बुनियादी चीजों पर वापस जाना बहुत महत्वपूर्ण है, ड्रॉइंग बोर्ड पर वापस जाएं. यदि आप अपने बचाव पर भरोसा नहीं करते हैं, तो आपके पास कोई मौका नहीं है क्योंकि उस समय आप मुक्त होने के विचारों का मनोरंजन करते हैं, जितना कि आपको सामान्य रूप से होना चाहिए.’

रवि शास्त्री ने आगे कहा, ‘कभी-कभी आपको क्रीज पर कुछ समय बिताना पड़ता है, लेकिन अगर आप अपने बचाव पर भरोसा नहीं करते हैं तो आप क्रीज पर कुछ समय कैसे व्यतीत करेंगे? लेकिन मैंने एक भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज को ऐसा करते नहीं देखा. मुझे जो आश्चर्य हुआ वह यह था कि उनके कुछ सबसे वरिष्ठ खिलाड़ी भी वहां आए और सामान्य से हटकर चीजें करने लगे, कुछ ऐसा जो वे बाद में बहुत तेजी से करने के अभ्यस्त नहीं थे. खासकर उन परिस्थितियों में जो भारतीयों के अनुकूल हों.’

WTC के फाइनल में पहुंचने के लिए वाइटवॉश से बचना जरूरी

रवि शास्त्री ने कहा कि मुझे लगता है कि यह धैर्य है, यह प्रयोग है, यह अनुशासन है और अपने बचाव पर भरोसा है. ऑस्ट्रेलिया को लंदन में आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अपनी जगह पक्की करने के लिए 4-0 से सीरीज वाइटवॉश से बचने की जरूरत है. 60 वर्षीय शास्त्री जानते हैं कि इंग्लैंड में परिस्थितियां उन टीमों से काफी अलग होंगी, जिनका सामना भारत में टीमों को करना पड़ रहा है, लेकिन उनका मानना है कि घरेलू धरती पर अगले दो टेस्ट मैच जीतने पर उनकी टीम को महत्वपूर्ण मानसिक बढ़त हासिल होगी.

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