Shani Dosh Ke Upay : 6 मार्च को शनि उदय होने वाला जो हर राशि के जातकों पर किसी न किसी तरह से प्रभावित करेगा. शनि दोष को दूर करने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कई उपाय बताए गए उसमें से कुछ खास उपाय है जिनको शनिवार की शाम को करने से शत-प्रतिशत लाभ प्राप्त होते हैं.
Reported By Dy. Editor, SACHIN RAI, 8982355810
Saturday Evening Remedies : हिंदू शास्त्रों में हर दिन किसी न किसी देवी देवताओं को समर्पित है, वहीं शनिवार का दिन न्याय के देवता और कर्मफलदाता शनिदेव के लिए समर्पित किया गया है. 6 मार्च को शनि उदय होने वाला जो हर राशि के जातकों पर किसी न किसी तरह से प्रभावित करेगा. शनि दोष को दूर करने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कई उपाय बताए गए उसमें से कुछ खास उपाय है जिनको शनिवार की शाम को करने से शत-प्रतिशत लाभ प्राप्त होते हैं, आइए जानते हैं शनिदेव के इन उपायों के बारे में जिनको करने से आप हर समस्या से मुक्त रहेंगे.
मान्यता है कि शनि देव की विधि विधान से पूजा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और वे भक्तों पर अपनी अपार कृपा बरसाते हैं. उनकी कृपा से भक्तों के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं लेकिन शनि जिस किसी से नाराज होते हैं तो उन्हें अपार कष्ट भोगना पड़ता है, उन्हें शनि की साढ़े साती और ढैय्या का प्रकोप झेलना पड़ता है. उन्हें बहुत सारी तकलीफें सहनी पड़ती हैं.
शनिवार की शाम को किए जाने वाले टोटके :
– कुंडली में मौजूद शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए हर शनिवार को शनिदेव के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएं और पीपल के वृक्ष के पास भी दीपक जलाएं और पेड़ की परिक्रमा करें. ऐसा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं.
– शनिवार की शाम को हनुमान चालीसा और सुंदर काण्ड का पाठ करें. मान्यता है कि शनिदेव की पूजा से पहले हनुमान चालीसा का पाठ करें इससे आपके कष्टों से जल्दी मुक्ति मिलती है.
– शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करना बेहद लाभकारी है. शनिवार को नींबू और चार लौंग को हनुमान जी के चरणों में रखकर अपनी मनोकामना कहें.
– शनिवार के दिन काले चने में थोड़े से गेहूं डालकर पिसवा लें और शनिवार के दिन इसके आटा में 1-2 तुलसी की पत्ती डालकर गूंथ लें और सबसे पहली रोटी गाय के लिए बनाएं और आखिरी रोटी कुत्ते के लिए निकाल लें
– शनिवार की शाम को जरूरतमंदों को दान करें. किसी गरीब को कंबल, तेल, काली की उड़द दाल और चप्पलों का दान करें.
-मान्यताओं के अनुसार शनिवार की शाम को स्नान आदि करके काला कपड़ा पहनें और शनि मंदिर जाकर शनिदेव की विधि विधान से पूजा करें और काले तिल सहित सरसों का तेल अर्पित करें.