क्या वास्तव में ब्रिटेन भुखमरी के कगार पर है ?

ब्रिटेन | क्या ब्रिटेन में बच्चे भूखे सोएंगे मां-बाप अपना खाना देंगे बच्चों को दुनिया में ब्रिटेन ऐसा देश है जो सोने से लव वाला भरा हुआ है ब्रिटानिया गवर्नमेंट ने भारत सहित कई देशों का सोना अपने पास रखा हुआ है ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ गधे संप्रदाय की जिओ के दूध से स्नान करती हैं इसके बावजूद वहां का आम नागरिक अगर भूखा सोए तो यह शर्म की बात है आज सभी दैनिक अखबारों में खबर बहुत ही शर्मनाक है वहां पर सरकार गरीबों को दिए जाने वाला ₹2000 का मानदेय अब देना बंद करने वाली है कोरोना काल में ब्रिटेन ही नहीं दुनिया का हर देश परेशान है इसके बावजूद आर्थिक रूप से संपन्न ब्रिटेन देश का कोई नागरिक और उसके बच्चे भूखे रहें यह शर्म की बात है,

वहां पर खाद्य बैंक बनाए गए हैं 1200 फूड बैंक ब्रिटेन के हर परिवार को 20 पाउंड यानी कि 2000 मिलना कोरोना काल में निश्चित था लेकिन अब ब्रिटेन गवर्नमेंट इसे बंद करने जा रही है जिससे वहां के आम नागरिक को खाना मिलना मुश्किल हो गया है, ब्रिटेन उन बड़ी आर्थिक व्यवस्थाओं में से है जो कोरोना काल की समस्याओं को खत्म करेगा | यूनिवर्सल क्रेडिट सिस्टम बंद होने से यह स्थिति पैदा होने वाली है भोजन की उपलब्धता पर असर पड़ने की आशंका व्यक्त की गई है जब माता-पिता भूखे रहेंगे जिससे कि उनके बच्चों को भोजन खाना उपलब्ध हो सके | लेमन ने कहा है कि चैरिटी फुट बैंक तैयारियां कर रहा है जिससे भुखमरी के हालात पैदा ना हो लगता है कि दुनिया में मानवीय मूल्यों का हश्र होता जा रहा है जबकि दुनिया के सारे विकासशील देश दावे कर रहे हैं की खुशी के लिए अपना सब कुछ करने के लिए समर्पित करने के लिए तैयार बैठे हुए हैं लेकिन ऐसा आज की परिस्थिति में लग नहीं रहा है जब दुनिया आतंकवाद से लड़ रही है

तब मुश्किल परिस्थिति में कोई भी दावा नहीं कर सकता की वह नागरिकों को खुश रख रहा है हर देश का नाम नागरिक इस वक्त संकट मैं है जिसमें दुनिया के विकासशील और विकसित देश दोनों अपने आवाम के प्रति इमानदारी से गंभीर नहीं है भले ही किसी भी देश का राजनेता यह दावा कर रहा है कि मैं अपने आवाम के लिए कर रहा हूं वह नाकाफी साबित हो रहा है जनहित में जारी

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