आर्थिक गतिविधियों में तेजी का असर राजस्व संग्रह के आंकड़ों में दिखने लगा है वित्त वर्ष 2022 की पहली छमाही में स्टांप शुल्क और पंजीकरण शुल्क से राजस्व संग्रह बढ़कर 94,800.47 करोड रुपए हो गया यह पिछले साल की इसी अभी से 35 फ़ीसदी ज्यादा है पिछले वित्त वर्ष में यह 70 100.20 करोड़ रुपए का था केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और 27 राज्यों के आंकड़ों के विश्लेषण से यह जानकारी सामने आई है सोमवार को जारी इस रिपोर्ट के अनुसार पिछले वित्त वर्ष में पहली छमाही के दौरान स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन चार्ज का औसत मासिक संग्रह 116 दशमलव 87 अरब रुपए था यह इस बार वर्ष 158.07 अरब रुपए हो गया इस वर्ष की पहली छमाही में 186 अरब रुपए के संग्रह के साथ महाराष्ट्र शीर्ष पर और उत्तर प्रदेश 123 दशमलव ₹94000 के साथ दूसरे स्थान पर रहा