महंत नरेंद्र गिरि केस में आनंद गिरी को 14 दिन की न्‍यायिक हिरासत में भेजा, खत से खुलेगा राज, संत के अंत का क्‍या रहस्‍य है?

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं बाघंबरी मठ के महंत नरेंद्र गिरि की मृत्‍युु फिलहाल एक रहस्‍य बनी हुई है कि उनकी हत्‍या हुई है या उन्‍होने आत्‍महत्‍या की है । मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक जो खबर निकल कर आ रही है वह हत्‍या की ओर इशारा कर रही है । क्‍योकि जो सुसाईड नोट है उसमें दो प्रकार का लेखन हुआ है वही उसमें 41 जगह पर काट छाट की गई है वही पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट भी इस ओर इशारा कर रही है । मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक यह भी बताया जा रहा है कि फांसी लगाने के उपरांत ना जुबान बाहर निकली है और ना आंखे चढी है ? गले में V का निशान भी बताया जा रहा है ।

इस हत्‍या आत्‍महत्‍या के पीछे बाघंबरी मठ की अरबो की चल अचल संपत्ति एक कारण जहां हो सकता है वही वर्चस्‍व का भी सवाल खडा हो सकता है । महंत नरेद्र गिरी की हत्‍या आत्‍महत्‍या से किसको फायदा होगा यह पूरी घटनाक्रम की जांच होने के बाद पता चलेगा । कुल मिलाकर महंत नरेद्र गिरी की मृत्यु एक पूूूर्व नियोजित साजिश अभी तक नजर आ रही है जिसकी निष्‍पक्षता पूर्वक जांच होना चाहिए । इस पूरे घटनाचक्र में उनसे जुडे शिष्‍य, सुरक्षाकर्मी एवं मठ में रहने वाले अन्‍य सेवादार उनसे जुडे हुए लोगाेे से पूछताछ के बाद ही पता चलेगा ? क्‍योकि महंत नरेद्र गिरी अपने जिस कक्ष में रहते थे उस कक्ष में उनकी लाश ना मिलकर दूसरे कक्ष में मिली है यह भी एक जांच का मुद्दा है ।

आज अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को भू-समाधि दी गई. बुधवार को प्रयागराज के बाघंबरी मठ में पूरी प्रक्रिया के साथ नरेंद्र गिरि को भू-समाधि दी गई. इस दौरान बड़ी संख्या में अलग-अलग मठों, अखाड़ों के संत यहां मौजूद रहे.

महंत नरेंद्र गिरि का बुधवार को ही पोस्टमॉर्टम हुआ था. जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को पहले संगम ले जाया गया, बाद में हनुमान मंदिर होते हुए अंत में उनको भू-समाधि दी गई.

महंत नरेंद्र गिरि के कथित आत्महत्या मामले में तीसरी गिरफ्तार हुई है. लेटे हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी के बेटे संदीप तिवारी को पुलिस ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया है. अब तक हुई गिरफ्तारी में सभी का नाम सुसाइड नोट में है. 

महंत नरेंद्र गिरी को बाघंबरी मठ में दी गई भू समाधि

प्रयागराज की बाघंबरी गद्दी के महंत नरेंद्र गिरी की मौत के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। उनका शव मठ के कमरे में फंदे से लटकता मिला था। शिष्यों ने दरवाजा तोड़कर शव को नीचे उतारा। पुलिस ने इस मामले में उनके शिष्य आनंद गिरी को गिरफ्तार किया है।

रविंद्र पुरी ने दिया बडा बयान

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत को लेकर साधु संतों के बयान लगातार आ रहे हैं. इस मामले पर निरंजनी अखाड़ा के रविंद्र पुरी ने ‘मीडिया से बात करते हुए बड़ा बयान दिया है. रविंद्र पुरी ने कहा कि फांसी में सिर के पीछे चोट कैसे हो सकती है? ना जुबान चढ़ी, न आंखें.. तो ये फांसी कैसे हो सकती है.

हत्‍या या आत्‍महत्‍या एक रहस्‍य

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़ा के सचिव महंत नरेंद्र गिरि (70) की मौत को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। इस बीच उनके चेले आनंद गिरि को यूपी पुलिस हरिद्वार से प्रयागराज ले आई है। आनंद से पुलिस लाइन में पूछताछ की जा रही है।

बता दें कि सोमवार को प्रयागराज के बाघंबरी मठ में नरेंद्र गिरि का शव संदिग्ध हालत में लटका मिला था। उनके सुसाइड नोट में आनंद गिरी का जिक्र है। इसलिए उत्तराखंड पुलिस ने आनंद गिरि को हरिद्वार में गिरफ्तार कर लिया था। उसके बाद यूपी पुलिस की टीम भी हरिद्वार पहुंच गई थी।

वायरल वीडिया की महिला कौन है ?

सुसाइड नोट में नरेंद्र गिरि के हवाले से लिखा गया है कि एक महिला से जोड़कर उनका वीडियो वायरल किए जाने की धमकी दी जा रही थी। इसके चलते उन्हें यह कदम उठाना पड़ रहा है। लेटर में आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी का जिक्र है। उन्हें आत्महत्या के लिए जिम्मेदार बताया गया है। पुलिस ने इन तीनों को हिरासत में ले लिया है।

13 पेज के इस सुसाइड लेटर में तीन बार मौत के लिए आनंद, आद्या और संदीप को जिम्मेदार बताया गया है। मठ का उत्तराधिकारी बलबीर को घोषित किया गया है।

सुसाइड नोट में ऐसा क्‍या लिखा है जो राज खोलेगा

मैं नरेंद्र गिरि, आज मेरा मन आनंद गिरि के चलते बहुत विचलित हो गया है। आनंद गिरि मुझे बदनाम करने की कोशिश कर रहा है। आज जब मुझे सूचना मिली है कि हरिद्वार से कम्प्यूटर के जरिए आनंद गिरि लड़की की तस्वीर लगाकर मेरा कोई वीडियो वायरल करने जा रहा है, तौ मैं सोच रहा हूं कि मैं कहां जाऊंगा, यदि ऐसा हो गया तो किस किस को सच बताऊंगा। इसलिए ये कदम उठाने जा रहा हूं। मैं जिस पद पर हूं, यदि मेरा वीडियो वायरल हो गया तो मैं जिस समाज से जी रहा हूं, कैसे लोगों के सामने आऊंगा।

इससे अच्छा, मेरा मर जाना है। इससे दुखी होकर मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं। मेरी मौत के जिम्मेदार आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी, संदीप तिवारी होंगे। इन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।

ये भी लिखा गया है कि 13 सितंबर को भी उन्होंने सुसाइड के लिए कदम उठाने की कोशिश की थी, लेकिन हिम्मत नहीं जुटा पाए।

मेरी आखिरी ख़्वाहिश है कि जिस तरह से इस गद्दी पर रहते मैंने गरिमा का ख्याल रखा है। मैं चाहता हूं कि उसी तरह आगे जो नया व्यक्ति इस गद्दी को संभाले, उसका ख्याल रखे।

क्‍या महंंत नरेंद्र गिरि को ब्लैकमेल किया जा रहा था ?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नरेंद्र गिरि को ब्लैकमेल किया जा रहा था। उनके किसी वीडियो की सीडी तैयार की गई थी। पुलिस ने यह सीडी भी बरामद की है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार में राज्य मंत्री का दर्जा पाने वाले इंदुप्रकाश मिश्रा से भी पूछताछ की जा सकती है, उन्होंने नरेंद्र गिरि और आनंद गिरि के बीच समझौता करवाया था। साथ ही बताया जा रहा है कि राजनीतिक दलों से जुड़े कुछ लोगों के साथ-साथ आधा दर्जन से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है। नरेंद्र गिरि के सुरक्षाकर्मी से भी पूछताछ की गई है।

डिप्टी कमांडेंट से भी होगी पूछताछ

नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में डिप्टी कमांडेंट ओपी पांडेय से भी पूछताछ होगी। ओपी पांडेय मुरादाबाद स्थित 23 बटालियन पीएसी में तैनात हैं, लेकिन इन दिनों लखनऊ मुख्यालय से अटैच हैं। उनका पक्ष जानने के लिए कई बार संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।

दोषियों को बख्‍शा नही जायेगा चाहे कोई भी हो, उन्‍हे कडी सजा दी जायेगी मुख्‍यमंत्री योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि नरेंद्र गिरि की मृत्यु के मामले में कई सबूत जुटाए गए हैं और कई वरिष्ठ अधिकारी एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं। एक-एक घटना का पर्दाफाश होगा। जांच एजेंसियों को निष्पक्ष ढंग से काम को आगे बढ़ाने दें। जो भी जिम्मेदार होगा उसे कानून के दायरे में लाकर कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाएगी।

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